मानसून की विदाई से पहले एक बार फिर मध्य प्रदेश का मौसम बदलने वाला है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के चलते आज सोमवार मंगलवार से एक और बारिश का दौर देखने को मिलेगा। विशेष रूप से अगले तीन दिन दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में अधिक बारिश होने की उम्मीद है।
इधर, अक्टूबर के पहले सप्ताह तक मानसून के पूरी तरह से विदा होने का अनुमान है। लो प्रेशर एरिया की एक्टिविटी के असर से अगले तीन तक भोपाल, इंदौर, उज्जैन, देवास, जबलपुर सहित अन्य जिलों में गरज-चमक तेज हवा और हल्की बारिश होने की संभावना है।
इसके अलावा डिंडौरी, देवास, बालाघाट, खरगोन, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल और पांढुर्णा में भारी बारिश तो जबलपुर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन सहित कई जिलों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश होगी।
इस दौरान हवा की स्पीड 50 किमी प्रतिघंटा हो सकती है।इस दौरान रीवा शहडोल समेत पूर्वी एमपी में भी बारिश की संभावना है। सीएम डॉ. मोहन यादव का तंज "नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस का मुख्यालय नई दिल्ली में है या इस्लामाबाद में" सीएम डॉ. मोहन यादव का तंज “नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस का मुख्यालय नई दिल्ली में है या इस्लामाबाद में” आज कैसा रहेगा मौसम आज सोमवार को भोपाल, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ आदि जिलों में बादल छाए रहने के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
मालवा और उसके आसपास के क्षेत्र में सिर्फ बादल छाए रहेंगे, जिसमें इंदौर-उज्जैन में बूंदाबांदी हो सकती है।
23 से बारिश की गतिविधियां होंगी तेज मानसून द्रोणिका बीकानेर, गुना, मंडला, राजनांदगांव, गोपालपुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी में अलग-अलग स्थानों पर हवा के ऊपरी भाग में दो चक्रवात बने हुए हैं। उत्तरी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में बने दोनों चक्रवात के आपस में संबद्ध होकर 23 सितंबर को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होंगे जिसके प्रभाव से मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश की गतिविधियां शुरू होने का अनुमान है।
अबतक कहां कितनी हुई बारिश मध्य प्रदेश में 1 जून से 22 सितंबर तक 1063.3 मिमी बारिश हुई है, जो वार्षिक मानसून औसत से 15 प्रतिशत अधिक है।पश्चिमी और पूर्वी मध्य प्रदेश में क्रमश: 18 और 12 फीसदी अतिरिक्त बारिश हुई है।
राज्य में आमतौर पर 1 जून से 30 सितंबर तक 949.5 मिमी औसत वार्षिक वर्षा दर्ज की जाती है, लेकिन इस साल इस अवधि के दौरान 1063.3 मिमी बारिश हुई।
भोपाल, ग्वालियर समेत प्रदेश के 38 जिलों में 100% से 198% तक बारिश हो चुकी है। श्योपुर में दोगुनी यानी 98% ज्यादा बारिश हो चुकी है, श्योपुर जिले में 657.3 मिमी औसत बारिश के मुकाबले 1320.2 मिमी बारिश हुई जबकि रीवा, इंदौर, उज्जैन पिछड़े हुए हैं।