नई दिल्ली। लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल (LNJP) के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया कि अस्पताल में मंकीपॉक्स के मरीज का इलाज किया जा रहा है और उसकी हालत में सुधार हो रहा है।
रोगी की हालत चिकित्सकीय रूप से स्थिर है और उसे कोई अन्य बीमारी नहीं है। कुमार ने बताया, मंकीपॉक्स एक डीएनए वायरस है और इसके चकत्ते आमतौर पर हथेलियों, तलवों और त्वचा पर दिखाई देते हैं, जो बड़े और अधिक स्पष्ट होते हैं। उन्होंने कहा, एलएनजेपी में मरीज की हालत में सुधार हो रहा है, इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को मंकी पॉक्स के मामले की पुष्टि करते हुए कहा था, यह व्यक्ति, एक युवा पुरुष है जो हाल में मंकी पॉक्स संक्रमण प्रभावित देश से यात्रा करके लौटा है, उसे वर्तमान में एक निर्दिष्ट देखभाल पृथकवास इकाई में रखा गया है। रोगी की हालत चिकित्सकीय रूप से स्थिर है और उसे कोई अन्य बीमारी नहीं है।
मंत्रालय ने कहा था कि यह एक अकेला मामला है और जुलाई 2022 से भारत में इसी तरह के 30 मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के हिसार निवासी 26 वर्षीय मरीज को सात सितंबर को दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।