भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे से अधिक समय से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है, लोगो घरों में कैद होकर रह गए हैं, सड़कें तालाब बन गई है, ग्रामीण क्षेत्रों में डूब के हालात है,इन सबको देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज एक अर्जेंट बैठक बुलाकर वीसी के जरिये प्रदेश के जिलों के कलेक्टर और एसपी सहित अन्य अधिकारियों से बात की और उन्हें राहत एवं बचाव कार्य में तेजी के निर्देश दिए, मुख्यमंत्री ने हालात को देखते हुए सभी अधिकारियों की छुट्टियाँ निरस्त कर दी हैं। सीएम ने बुलाई अर्जेंट बैठक, कलेक्टर-एसपी को दिए निर्देश सीएम डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास, भोपाल स्थित समत्व भवन में आज वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश भर में अतिवृष्टि से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने के लिये संचालित रेस्क्यू सहित राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।
उन्होंने सम्बन्धित विभागों को शीर्ष प्राथमिकता और पूर्ण संवेदनशीलता के साथ राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिये हैं। मध्यप्रदेश में साँची बनाम अमूल विवाद के बीच सियासी हलचल, जीतू पटवारी ने सीएम डॉ. मोहन यादव को लिखा पत्र जनता से सीएम की अपील, सुरक्षित रहें, परिवार का ध्यान रखें मुख्यमंत्री ने कहा- हमारी रेस्क्यू टीमें दिन-रात क्रियाशील हैं, ताकि प्रभावितों लोगों तक समय पर मदद पहुंच सके। जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी किये गये हैं, वहां जिला प्रशासन तत्परता से काम करे, कोई जनहानि न हो, यह सुनिश्चित करें।
प्रदेश वासियों को बचाने के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है। प्रदेश की जनता से मेरा निवेदन है कि आप सभी अपना और अपने परिवार का ध्यान रखें और सुरक्षित रहें। इस चुनौतीपूर्ण समय में प्रदेश सरकार, मजबूती से आपके साथ खड़ी है। अधिकारियों की छुट्टियाँ निरस्त, सीएम ने दिए निर्देश मीडिया से बात करते हुए सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि इस सीजन में निर्धारित बारिश से बहुत अधिक बारिश हो गई है, मैंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कहीं भी कोई फंसा नहीं रहना चाहिए राहत और बचाव कार्य तेजी से हों, उन्होंने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार 30 सितम्बर तक बारिश का ऐसे ही दौर रहने वाला है, इसलिए सभी अधिकारियों की छुट्टियाँ निरस्त कर दी गई हैं, सरकार की नजर पूरे हालात पर है।