नीमच। शिक्षक दिवस जिला स्तरीय कार्यक्रम शिक्षा विभाग द्वारा लायंन डेन में आयोजित किया गया, जिसमें अतिथियों द्वारा 29 उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों का सम्मान शाल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विधायक जावद ओमप्रकाश सखलेचा, विधायक नीमच दिलीप सिंह परिहार, विधायक मनासा अनिरूद्ध मारू, जिला पंचायत अध्यक्ष सज्जन सिंह चौहान एवं कलेक्टर हिमांशु चंद्रा भी मंचासीन थे।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में विधायक ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा, कि गुरूओं का समाज में हमेशा से सर्वोच्च स्थान रहा है। गुरू भावी पीढ़ी के भविष्य के नवनिर्माण का महत्वपूर्ण दायित्व निभाते है,समय के साथ शिक्षकगणों को नई तकनीकी, टैक्नोलोजी का उपयोग कर भावी पीढ़ी को शिक्षित करने की जरूरत है, यदि हम समय के साथ नई तकनीकी का उपयोग नहीं करेंगे, तो हम दुनिया के साथ मुकाबला नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा, कि सरकार साधन-संस्थान उपलब्ध करवा सकती है, पर भावी पीढ़ी के निर्माण का महत्वपूर्ण दायित्व शिक्षकों पर ही है। उन्होंने कहा, कि सरकार ने नई शिक्षा नीति लागू कर व्यवसायिक रोजगार मूलक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया है,शिक्षकों के रिक्त पदों की पूर्ति की है। नए सीएम राईज स्कूल के माध्यम से बेहतर शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध कराने का सरकार ने अहम कदम उठाया है। विधायक दिलीप सिंह परिहार ने कहा, कि गुरूओं के सम्मान की हमारे समाज में प्राचीनकाल से परम्परा रही है। गुरूकुल में पहले अध्ययन की व्यवस्था थी, देश के गुरूकुल दुनिया में जाने जाते थे।
विदेशों से भी हमारे देश में गुरूकुल में विद्या अध्ययन के लिए विद्यार्थी आते थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए है। विधायक मनासा अनिरूद्ध मारू ने कहा, कि गुरूकुल पुनर्जीवित किए जा रहे है, हमारे देश में सबसे ज्यादा गुरूकुल रहे है। देश-प्रदेश में नई शिक्षा नीति पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा, कि शिक्षक को अपने शिष्य की तरक्की पर काफी खुशी मिलती है। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सज्जन सिंह चौहान ने भी सम्बोधित किया।
इस मौके पर एडीएम श्रीमती लक्ष्मी गामड़, डीईओ सी.के.शर्मा एवं अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।