नीमच । नीमच जिले में सभी विभागों के अधिकारी विभागीय स्वरोजगार योजनाओं और हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ बाछडा समुदाय के पात्र हितग्राहियों को दिलाना सुनिश्चित करें। जिले में बाछडा समुदाय का कोई भी छात्र-छात्रा स्कूलों में प्रवेश से वंचित ना रहे। शाला जाने योग्य सभी छात्रा-छात्राओं को 30 सितम्बर के पूर्व शालाओं में प्रवेश सुनिश्चित करें।
यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में महिला एवं बाल विकास विभाग व्दारा बेटी बचाओं, बेटी पढाओं योजना के तहत बाछडा समुदाय के उत्थान के संबंध में आयोजित जिला अधिकारियों की बैठक में दिए गए। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवलसिह सिसोदिया, अतिरिक्त सीईओ अरविंद डामोर, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी ताराचंद मेहरा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.दिनेश प्रसाद, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती रश्मी श्रीवास्तव, सभी परियोजना अधिकारी, कृषि, उद्यानिकी, उद्योग एवं अन्य विभागों के अधिकारी, एन.जी.ओ. के प्रतिनिधि आकाश चौहान एवं श्याम मालवीय भी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर चंद्रा ने जिले में बाछडा समुदाय के गांवों की संख्या, परिवारों की संख्या एवं जनसंख्या की जानकारी ली। महिला एवं बाल विकास अधिकारी मेहरा ने बाछडा बाहुल्य ग्रामों में विभाग व्दारा किए जा रहे कार्यो के बारे में विस्तार से बताया और विभिन्न विभागों से अपेक्षाओं से अवगत कराया। कलेक्टर चंद्रा ने बाछडा बाहुल्य ग्रामों में इस समुदाय की महिलाओं को स्व सहायता समूह से जोडकर उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिलाने, ऋण एवं अनुदान योजनाओ का लाभ दिलाने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश भी अतिरिक्त सीईओ को दिए।
बैठक में एनजीओ के प्रतिनिधि आकाश चौहान ने बाछडा समुदाय के बेटे, बेटियों को माता के नाम से जाति प्रमाण पत्र जारी करवाने की व्यवस्था करने तथा स्वरोजगार के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग की सुविधा उपलब्ध करवाने, ब्यूटी पार्लर, सिलाई प्रशिक्षण की व्यवस्था करने के सुझाव भी दिए।