अयोध्या। राममंदिर निर्माण का काम 80 फीसदी पूरा हो चुका है। 161 फीट ऊंचे तीन मंजिला राममंदिर के भूतल व प्रथम तल का काम पूरा हो चुका है। जबकि दूसरे तल का काम 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है। राममंदिर निर्माण पर अब तक एक हजार करोड़ खर्च हो चुके हैं। जबकि मंदिर समेत अन्य प्रकल्पों में अब तक 1800 करोड़ खर्च होने की जानकारी मिली है। मंदिर समेत सभी प्रकल्पों के निर्माण पर 2500 करोड़ से अधिक खर्च होने का अनुमान है।
राममंदिर के प्रथम तल की फिनिशिंग का काम लगभग अंतिम चरण में है। जबकि प्रथम तल पर जाने के लिए भूतल के वीआईपी मार्ग के पास से सीढ़ी भी बना दी गई है। प्रथम तल पर ही राम दरबार की स्थापना की जानी है। जबकि दूसरे तल के स्तंभ खड़े किए जा रहे हैं। 19़ 5 फीट ऊंचे दूसरे तल में अब तक 15 फीट की ऊंचाई तक स्तंभ जोड़े जा चुके हैं। मंदिर के अलावा मंदिर परिसर में परकोटे का निर्माण चल रहा है। परकोटे में छह मंदिर भी बनेंगे। इसमें देवी भगवती, भगवान सूर्य, गणेश, हनुमान, मां अन्नपूर्णा के मंदिर बनेंगे। परिसर में शेषावतार मंदिर का भी निर्माण नए सिरे से किया जा रहा है। विज्ञापन इसके अलावा परिसर में ही सप्त मंडपम की स्थापना की जा रही है।
इसमें ऋषियों समेत रामायण कालीन सात पात्रों के मंदिर बनेंगे। महर्षि वाल्मीकि, अगस्त्य, वशिष्ठ, तुलसी दास, शबरी, निषादराज व अहिल्या के मंदिर का निर्माण यहां किया जाएगा। इसके अलावा परिसर में रिटेनिंग वॉल, एसटीपी, पॉवर प्लांट, सड़कों का निर्माण, संग्रहालय, गेस्ट हाउस का भी निर्माण कार्य चल रहा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 850 करोड़ खर्च होने का अनुमान ट्रस्ट की ओर से मिली जानकारी के अनुसार एक अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 तक अकेले राममंदिर निर्माण में 670 करोड़ और खर्च होने का अनुमान है। जबकि अन्य प्रकल्पों के निर्माण में 180 करोड़ खर्च होंगे। यानी इस वित्तीय वर्ष में 850 करोड़ का खर्च परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों पर होगा।
सूत्रों के अनुसार मंदिर समेत सभी निर्माण कार्यों पर 2500 करोड़ से अधिक खर्च होने की संभावना है। सभी कार्यों को पूरा करने की समय सीमा मार्च 2025 तय की गई है।