नीमच । दस्तक अभियान के तहत् 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का सर्वे एवं स्क्रीनिंग कर पुन: कर 10 दिवस में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने गुरूवार को कलेक्टर सभा कक्ष नीमच में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य योजनाओं कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करते हुए दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश प्रसाद, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.बी.एल.सिसोदिया व अन्य चिकित्सक, बी.एम.ओ. एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं सेक्टर मेडिकल ऑफिसर उपस्थित थे।
मुख्यालय पर निवास करे मेडिकल ऑफिसर – बैठक में कलेक्टर श्री चंद्रा ने सभी सेक्टर मेडिकल ऑफिसरों को निर्देश दिए, कि वे अपने निर्धारित मुख्यालय पर ही रात्रि निवास करे। मुख्यालय पर निवास करने एवं उपलब्ध रहने से मरीजों, उनके परिजनों और पैरामेडिकल स्टॉफ का आत्म विश्वास बढ़ेगा। साथ ही आमजनों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध हो सकेगी।
कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए, कि स्वास्थ्य अमला एवं मेडिकल ऑफिसर निर्धारित मुख्यालय पर ही रहे, यह सुनिश्चित करे।
बच्चों का पुन: सर्वे व स्क्रीनिंग करे - बैठक में कलेक्टर ने दस्तक अभियान के तहत् 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के सर्वे एवं स्क्रीनिंग की प्रस्तुत प्रगति रिपोर्ट में आंकड़ों को असंतोषजनक बताते हुए निर्देश दिए, कि दस्तक अभियान के सभी पैरामीटर्स पर पुन: घर-घर सर्वे कर बच्चों के स्क्रीनिंग का कार्य पूर्ण कर 10 दिवस में पुन: प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
टीकाकरण कार्यक्रमों की समीक्षा – बैठक में कलेक्टर श्री चंद्रा ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित टीकाकरण कार्यक्रमों का लक्ष्य, अब तक की पूर्ति की समीक्षा की और निर्देश दिए, कि सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों में शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति सुनिश्चित करे। सभी चिकित्सक गंभीर बच्चों को रैफर करते है, तो उनका रिकॉर्ड भी संधारित करे। कलेक्टर ने जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए, कि वे आंगनवाड़ी केंद्रों में दर्ज बच्चों के संपूर्ण टीकाकरण कार्य की जानकारी ले और सुनिश्चित करे, कि सभी बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण अवश्य हो।
बैठक में कलेक्टर ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की जिले में पदस्थ टीमों की संख्या, उनके द्वारा अब तक की गई स्क्रीनिंग एवं उपचार कार्य की जानकारी भी ली। कलेक्टर ने मनासा एवं नीमच की आर.बी.के.एस. की टीम को और अधिक सक्रीय करने के निर्देश भी दिए।
जिले को दिसम्बर तक टी.बी. मुक्त करवाए – बैठक में कलेक्टर श्री चंद्रा ने टी.बी. मुक्त भारत अभियान की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा, कि दिसम्बर 2024 तक जिले की सभी ग्राम पंचायतों को टी.बी. मुक्त घोषित करवाए। कलेक्टर ने टी.बी. की जांच की संख्या बढ़ाने और विशेष अभियान चलाकर टी.बी. की जांच एवं पॉजिटिव मरीजों का उपचार कर जिले को टी.बी. मुक्त घोषित करवाने के निर्देश भी दिए। सिंगौली में टी.बी. की जांच के लिए लैब टैक्निशियन का पद रिक्त होने पर कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सिंगौली में लैब टैक्निशियन की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जिले में 8 प्रधानमंत्री जनऔषधी केंद्र संचालित – बैठक में बताया गया, कि नीमच जिले में 8 स्थानों पर प्रधान मंत्री भारतीय जनऔषधी केंद्र संचालित किए जा रहे है। इन जनऔषधी केंद्रों पर जेनेरिक दवाईयां रियायती दरों पर उपलब्ध कराई जाती है। नीमच में शास्त्री नगर विमल क्लीनिक के पास जनऔषधी केंद्र संचालित है। जावद में दीनदयाल कॉम्पलैक्स जावद, सरवानिया महाराज सोसायटी, बस स्टैण्ड रोड़ मनासा, सहकारी समिति बस स्टैण्ड पिपलिया रावजी, सहकारी समिति जीरन, बस स्टैण्ड रतनगढ़ एवं सहकारी समिति गांधी सागर रोड़ रामपुरा में जन औषधी केंद्र संचालित हो रहे है। इन केंद्रों पर रियायती दरों पर जेनेरिक दवाईयां उपलब्ध है। जन औषधी केंद्रों के संबंध में फलैक्स एवं बैनर लगाकर विभिन्न स्थानों पर व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को दिए।