नीमच । जिले के निजी एवं शासकीय सभी कस्टम हायरिंग सेंटरों (सी.एच.सी.) को आधुनिक कृषियंत्रों, उपकरणों का केंद्र बनाए। नई ए.आई. कृषि तकनीक, ड्रोन तकनीकएवं कृषि संसाधन उपलब्ध कराए, जिससे कि कृषक आधुनिक संसाधनों का उपयोग कर खेती को लाभ का धंधा बना सके। यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने गुरूवार को कलेक्टोरेट सभा कक्ष नीमच में कृषि उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं तथा नीमच मण्डी द्वारा संचालित गतिविधियों की समीक्षा करते हुए दिए।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद उपसंचालक कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य एवं मण्डी सचिव नीमच उपस्थित थे। बैठक में कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर चंद्रा ने रबी एवं खरीफ में कृषि आच्छादन रकबा, प्रमुख फसल रकबा, उर्वरक की मांग उपलब्धता एवं रबी के लिए उर्वरक का अग्रिम उठाव की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए, कि रबी के लिए आगामी 15 दिवस में उर्वरक के अग्रिम उठाव का लक्ष्य पूर्ण करवाए। जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की उपलब्धता एवं किसानों को वितरण सुनिश्चित किया जाए। बैठक में कलेक्टर चंद्रा ने फसल बीमा योजना की भी विस्तार से समीक्षा की। कलेक्टर ने निर्देश दिए , कि कृषि विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं ने अधिकाधिक किसानों से ऑनलाईन आवेदन मैदानी अमले के माध्यम से करवाए। साथ ही मिट्टी परीक्षण के लिए भी लक्ष्य के अनुरूप नमुने लेकर परीक्षण करवाए और स्वाईल हैल्थ कार्ड किसानों को प्रदान करे।
उद्यानिकी विभाग की समीक्षा में कलेक्टर ने निर्देश दिए, कि उद्यानिकी एवं औषधीय, फसलों का रकबा बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे। किसानों को प्रेरित कर रकबा बढ़ाए। पी.एम.एफ.एम.ई. योजना की लक्ष्य पूर्ति के लिए बैंकों से संपर्क कर प्रकरण स्वीकृत करवाए। पशुपालन विभाग की समीक्षा में कलेक्टर ने जिले में स्वीकृत पद, रिक्त पदों की संख्या, औषधालयों की संख्या, गौशालाओं की संख्या, गौशालाओं में पशुओं की क्षमता, पशुपालकों के के.सी.सी., पशु टीकाकरण एवं उपचार कार्य की विस्तार से जानकारी ली। कलेक्टर ने नीमच मण्डी की समीक्षा में मण्डी में विक्रय के लिए आने वाली जिन्सों, आवक, मण्डी शुल्क से प्राप्त राजस्व नवीन मण्डी में हुए विकास कार्य एवं प्रस्तावित कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी ली।