नीमच । जिले की आंगनवाडी में दर्ज सभी बच्चों को नियमित रूप से पोषण आहार का वितरण सुनिश्चित किया जाए। सभी दर्ज महिलाओं को प्रत्येक मंगलवार को अर्थात माह के सभी मंगलवार को टेक होम राशन प्रदान किया जाए। कोई भी बच्चा एवं महिलाएं पोषण आहार के लाभ से वंचित ना रहे। महिला एवं बाल विकास विभाग की सभी सेक्टर पर्यवेक्षक, अपने विभागीय पेरामिटर्स पर कार्य कर प्रगति बढाये, संबंधित सीडीपीओ अपने विभागीय पैरामीटर्स की प्रगति की सेक्टरवार मॉनिटरिंग करें।
यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने बुधवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी परियोजना अधिकारियोंऔर सेक्टर सुपरवाईजर्स की बैठक में विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करते हुए दिए। बैठक में कलेक्टर चंद्रा ने लाडली लक्ष्मी योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पंजीयन की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि सभी सेक्टर सुपरवाईजर इन योजनाओं में निर्धारित लक्ष्य की शतप्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित करें और एक सप्ताह में पंजीयन कार्य पूर्ण करवाए। उन्होने कहा कि यदि ऑनलाईन पोर्टल पर कोई तकनिकी समस्या हो, तो वरिष्ठ कार्यालय की तकनीकी टीम से चर्चा कर समाधान करवाएं।
कलेक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के तहत पंजीकृत बच्चों की नामजद सूची पर्यवेक्षक के पास रहे और वह नियमित रूप से इन बच्चों के टीकाकरण का फालोअप करें। उन्होने कहा कि आंगनवाडी केंद्रों में दर्ज सभी बच्चों का नियमित रूप से समय-समय पर टीकाकरण करवाएं। बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का सम्पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करवाएं। बैठक में कलेक्टर ने मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना, पीएम चिल्ड्रन केयर योजना, मुख्यमंत्री बाल आर्शिवाद योजना, की प्रगति की भी समीक्षा की। नवीन एनआरसी के प्रस्ताव तैयार करें:- बैठक में कलेक्टर चंद्रा ने जिले में संचालित पोषण पुर्नवास केंद्रों में भर्ती बच्चों की संख्याएवं रिक्त सीटों की संख्या आदि की जानकारी ली और निर्देश दिए कि सेम श्रेणी के सभी बच्चों को बारी-बारी से पोषण पुर्नवास केद्रों में भर्ती करवाकर उनको सेम से मेम श्रेणी में लाने का विशेष प्रयास करें।
इस कार्य में स्थानीय सरपंच, जनप्रतिनिधियोंऔर पंचायत सचिव व अन्य ग्रामीण कर्मचारियों का सहयोग भी लिया जावे। कलेक्टर श्री चंद्रा ने सिंगोली, मनासा, एवं रामपुरा में नवीन पोषण पुर्नवास केंद्र प्रारंभ करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर, उचित माध्यम से शासन को भिजवाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने जिले के सेम श्रेणी के सभी बच्चों की प्रोफाईल बनाकर उनकी श्रेणी में सुधार लाने के प्रयास करने के निर्देश भी दिए। शेष सभी बच्चों के आधार बनवाएं:- कलेक्टर चंद्रा ने बैठक में आंगनवाडी में दर्ज सभी बच्चों के आधार कार्ड बनाने के कार्य की जानकारी ली। बताया गया कि आंगनवाडियों में दर्ज कुल 64 हजार बच्चों में से 51 हजार बच्चों के आधार कार्ड बनाए जा चुके है। लगभग 13 हजार बच्चों के आधार पंजीयन शेष है।
कलेक्टर ने शेष सभी बच्चों के आधार पंजीयन का कार्य भी अभियान चलाकर पूरा करने के निर्देश दिए। सक्षम आंगनवाडी के प्रस्ताव भेजे:- बैठक में कलेक्टर श्री चंद्रा ने निर्देश दिए कि जिले की आंगनवाडी केंद्रो का पुन: सर्वे करवाकर, अधिकाधिक आंगनवाडी केद्रों को सक्षम आंगनवाडी केंद्र बनान के प्रस्ताव तैयार कर, भिजवाए। कलेक्टर ने वरिष्ठ कार्यालय से संवाद कर पोषण ट्रेकर एप्प का हिंदी में संचालन करने की व्यवस्था करवाने के निर्देश भी जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को दिए। जिससे कि आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को हिंदी में पोषण ट्रेकर एप्प पर कार्य करने में सुविधा हो। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री गुरूप्रसाद, महिला एवं बाल विकास के सभी परियोजना अधिकारी एवं सभी सेक्टर सुपरवाईजर्स उपस्थित थे।