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सीएम डॉ. मोहन यादव ने शौर्य स्मारक में शहीदों को दी ।

Neemuch headlines July 26, 2024, 4:12 pm Technology

भोपाल।आज हम कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। कारगिल विजय दिवस भारतीय सैन्य इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है, जो हर वर्ष 26 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन, भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ विजय प्राप्त की थी। 2024 में, हम इस ऐतिहासिक घटना की रजत जयंती मना रहे हैं।

यह दिन हमारे सैनिकों के साहस, बलिदान और देशभक्ति को सम्मानित करने का अवसर है। भोपाल में भी इस अवसर पर रजत जयंती महोत्सव आयोजित किया गया जहां सीएम डॉ. मोहन यादव ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। ‘रजत जयंती महोत्सव’:- कारगिल युद्ध 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ा गया था। पाकिस्तान की सेना और आतंकवादियों ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की और कारगिल-लेह क्षेत्र में महत्वपूर्ण चोटियों पर कब्जा कर लिया। यह युद्ध 25 मई से 26 जुलाई 1999 तक चला और इसमें भारतीय सेना ने असाधारण बहादुरी और रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन किया। जुलाई 1999 के अंत तक, भारतीय सेना ने अधिकांश क्षेत्रों को पुनः प्राप्त कर लिया था और पाकिस्तान को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था। इस युद्ध में भारतीय सेना के 527 जवान शहीद हुए और 1300 से अधिक घायल हुए। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस को कहा ‘चंदा वसूली’ पार्टी, कार्यकर्ताओं से 100 रुपये लेने की बात पर जीतू पटवारी को घेरा मुख्यमंत्री ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि आज 26 जुलाई 2024 है और देशभर में कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती मनाई जा रही है।

भोपाल के शौर्य स्मारक परिसर में भी आज ‘रजत जयंती महोत्सव’ मनाया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित समारोह में एनसीसी कैडेटस ने कारगिल के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ महानिदेशालय के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल अजय कुमार महाजन अमर ने भी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि ‘हमें अपनी सेना पर गर्व है। ये युद्ध का सबसे बड़ा इतिहास बना है। ये बहुत कठिन युद्ध था और मैं सभी अमर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। देश हमारे वीर जवानों के साथ हमेशा खड़ा है। हम दुनिया की सबसे बेहतरीन सेनाओं में से एक हैं।’ उन्होंने कहा कि हथियार के आगे हौंसला होता है और हौसला जीत की तरफ़ ले जाता है। जीत पुरूषार्थ पराक्रम से अद्वितीय इतिहास लिखती है।’ इस अवसर पर शौर्य स्मारक परिसर में सेना के टी-55 टैंक का लोकार्पण भी किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन हमें हमारे शहीदों की याद दिलाता है और देश की सुरक्षा के प्रति उनके योगदान का सम्मान करता है।

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