नीमच। जिले की सभी ग्राम पंचायतों में और गौशाला संचालक गौशाला के समीप मृत पशुओं के समुचित निपटान के लिए गौ-समाधि निर्माण के लिए स्थान चिन्हित कर, वहां गौ-समाधि संबंधित सूचना बोर्ड लगवाएं। पशुपालन विभाग इस कार्य की सतत मॉनिटरिंग करें। उपखण्ड स्तरीय पशु कल्याण समितियों और गौशाला संचालकों की बैठके नियमित रूप से हो। गौशालाओं का नियमित रूप से निरीक्षण कर गौवंश के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाए।
यह निर्देश कलेक्टर दिनेश जैन ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में आयोजित जिला स्तरीय पशु कल्याण समिति एवं जिला पशुक्रुरता निवारण समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल, उप संचालक पशुपालन डॉ.के.के.शर्मा, डॉ.ए.आर.धाकड एवं डॉ.राजेश पाटीदार, अन्य पशु चिकित्सक, न.पा., लोक निर्माण सहित अन्य विभागों के अधिकारी एवं समिति के सदस्यगण उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर जैन एवं पुलिस अधीक्षक जायसवाल ने न.पा.नीमच को निर्देश दिए कि शहर में सडकों पर झुण्ड में बैठने वाले पशुओं को हटाकर गौशालाओं में भिजवाएं। पशुपालकों की बैठक कर सुनिश्चित करे, कि कोई भी पशु सडकों पर ना बैठे, घूमें। कलेक्टर ने न.पा.नीमच को सडक, मोहल्लेवार दल बनाकर पशुओं को सडकों, मुख्य मार्गो से हटाकर गौशालाओं में छोडने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने श्वानों पर नियंत्रण के लिए भी प्रभावी कार्यवाही करने तथा श्वानों को भी पकडकर अन्य दूरस्थ स्थानों पर छोडने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
बैठक में पशु कल्याण समिति को होने वाली आय एवं व्यय की समीक्षा की गई तथा पशु कल्याण के उद्देश्य से पशु पंजीयन, उपचार, कृत्रिम गर्भाधान, शल्यक्रिया, गर्भ परीक्षण, पशु स्वास्थ्य परीक्षण, प्लास्टर आदि की दरें संशोधित कर बढाने का निर्णय भी लिया गया। बैठक में समिति सदस्यों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए।