श्रीमद् भागवत कथा का हुआ समापन, विशाल भंडारे के आयोजन पर हजारों श्रद्धालुओं ने किया प्रसाद ग्रहण

Neemuch headlines June 16, 2024, 11:17 am Technology

सरवानिया महाराज ।श्री खेड़ापति बालाजी मंदिर व आयोजन समिति के तत्वाधान में आयोजित 33 दिवसीय गोर अग्नि तपस्या व सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन हुआ सम्पन्न। यह आयोजन पिछले 12 मई से श्री खेड़ापति बालाजी मंदिर पर आयोजित किया जा रहा है।

जिसमे महंत श्री श्री 108 गोवर्धन नाथ जी योगी द्वारा प्रतिदिन अग्नि कुंडों के बीच बैठकर कठिन अग्नि तपस्या की गई। जिसमें प्रतिदिन लोगों ने तपस्थली की परिक्रमा लगाकर रोग दोष से मुक्ति एवं जीवन मे खुशहाली की कामना की। इस गोर अग्नि तपस्या का समापन शनिवार को एक घण्टे की अग्नि तपस्या के साथ हुआ। श्रीमद् भागवत कथा का हुआ समापन मंदसौर बरडिया खेड़ी से आए कथा वाचक पंडित श्री श्वसानन्द जी महाराज ने व्यासपीठ पर विराजमान होकर भागवत कथा का श्रवण कराया। श्रीमद्भागवत कथा में विभिन्न धार्मिक प्रसंग सुनाए गए। साथ ही भजनों की प्रस्तुति से भक्तगण आत्मविभोर होकर झूम उठे। इसके साथ ही श्रीमद्भागवत कथा का शनिवार को समापन हुआ। भगवान श्रीकृष्ण के वात्सल्य व असीम प्रेम के अलावा उनके द्वारा की गई विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में समाज में व्याप्त अत्याचार, कटुता, व्यभिचार को दूर कर सुंदर समाज निर्माण के लिए युवाओं को प्रेरित किया।

इस धार्मिक अनुष्ठान के समापन दिवस पर भगवान श्रीकृष्ण की सर्वोपरि लीला रासलीला, मथुरा गमन, दुष्ट कंस राजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंसवध, शिशुपाल वध एवं सुदामा चरित्र का वर्णन कर लोगों को भक्तिरस में डुबो दिया। इस दौरान भजन गायकों ने उपस्थित लोगों को ताल एवं धुन पर नृत्य करने के लिए विवश कर दिया। इस कथा में बड़ी संख्या में महिला-पुरूषों भक्तों ने आनंद उठाया। उन्होंने सुंदर समाज निर्माण के लिए गीता से कई उपदेश के माध्यम अपने को उस अनुरूप आचरण करने को कहा। जो काम प्रेम के माध्यम से संभव है, वह हिंसा से संभव नहीं हो सकता है। समाज में कुछ लोग ही अच्छे कर्मों द्वारा सदैव चिर स्मरणीय होता है, इतिहास इसका साक्षी है। कथा के पश्चात आरती की गई व सभी भक्तों ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। कार्यक्रम के अंतिम दिन शनिवार को सुबह हवन एवं पूर्णाहुति तथा भंडारे का आयोजन किया गया जिसमे नगर सहित आस पास क्षेत्र के 5000 से अधिक श्रद्धालुओं ने सम्मिलित होकर भोजन प्रसादी ग्रहण की। केक काटकर मनाया जन्मदिवस अजमेर के महंत श्री श्री 108 गोवर्धन नाथ जी योगी का जन्मदिवस होने के चलते उनका केक काटकर जन्मदिवस मनाया वही नगर की समस्त धर्म प्रेमी जनता, आयोजन समिति सहित कथा वाचक पूज्य गुरुदेव स्वासानंदजी महाराज ने जन्मदिन की बधाई शुभकामनाएं दी। पंडित श्री गोवर्धन नाथ जी द्वारा की गई 33 दिवसीय गौर व कठिन अग्नी तपस्या का आयोजन नगर में पहली बाहर हुआ जिससे नगर व आसपास क्षेत्र की जनता में काफी उत्साह व उमंग देखी गई।

आयोजन समिति ने किया सम्मान श्री खेड़ापति बालाजी मंदिर परिसर पर आयोजित 33 दिवसय गौर अग्नि तपस्या व सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के समापन अवसर पर कथावाचक पंडित श्री श्वसानन्दजी महाराज, महंत श्री श्री 108 गोवेर्धन नाथ जी सहित मध्यप्रदेश व आस पास राज्य से आए साधु संतो का शाल श्रीपाल व भेंट देकर सम्मान किया। आयोजन समिति ने माना सबका आभार - आयोजन समिति ने सभी देश प्रदेश से पधारे संतो, नगर सहित आस पास क्षेत्र से पधारे धर्म प्रेमी बन्धु ओर इस 33 दिवसीय आयोजन में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से तन मन धन से सहयोग करने वाले सभी कार्यकर्ताओं व धर्म प्रेमी बन्धुओं का आभार माना

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