भोपाल। मध्य प्रदेश पटवारी भर्ती परीक्षा (एमपीईएसबी ग्रुप-2 सबग्रुप-4) के चयनित अभ्यर्थियों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। 24 फरवरी से सफल अभ्यर्थियों की काउंसलिंग शुरू हो गई है, इसके तहत चयनित अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट वेरिफाइड किए जा रहे है।ध्यान रहे चयनित उम्मीदवार निर्धारित तारीख को काउंसलिंग के लिए उपस्थित नहीं होते हैं, तो उस पद को रिक्त मानकर अभ्यर्थी की उम्मीदवारी निरस्त कर दी जाएगी। मार्च में नियुक्ति पत्र जारी होंगे, ट्रेनिंग भी होगी शुरू आज 25 फरवरी को काउसलिंग खत्म होने के बाद मार्च में नियुक्ति पत्र जारी करने के साथ अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा। इसके बाद 1 मार्च को सीएम मोहन यादव नियुक्ति पत्र जारी करेंगे और फिर 7 मार्च से उनका प्रशिक्षण प्रारंभ हो जायेगा।आयुक्त ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि वह सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण स्थल दिनांक एवं समय की लिखित जानकारी जिला उपस्थिति प्रमाण पत्र में अंकित करके प्रदान करें।
सभी उम्मीदवारों को संशोधित परिशिष्ट उपलब्ध कराया जाए। कांग्रेस विधायक ने की कमेटी की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग झाबुआ से कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली भ्रष्टाचार की जांच के लिये बनाई गई राजेंद्र कुमार वर्मा कमेटी की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की है।विक्रांत भूरिया ने पत्र में लिखा है कि मध्यप्रदेश की राजधानी दिल्ली है ” – पटवारी भर्ती TOPPER ! जब 13 लाख बच्चों का भविष्य दांव पर हो … तो विभाग को मार्च-अप्रैल 2023 में आयोजित ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली भ्रष्टाचार की जांच के लिये बनाई गई राजेंद्र कुमार वर्मा कमेटी की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करना चाहिए !हमें विश्वास है कि यह जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने से तथ्य सबके सामने आएंगे । ये है पूरा मामला गौरतलब है कि कर्मचारी चयन मंडल द्वारा ग्रुप-2, सबग्रुप-4 और पटवारी परीक्षा के लिए 9200 पदों कि लिए नोटिफिकेशन निकाला गया था।इसके बाद 15 मार्च से 26 अप्रैल तक 68 सेंटरों पर एग्जाम हुई, इसमें 12 लाख 7663 छात्रों ने आवेदन किया और 9 लाख 78 हज़ार 270 बच्चे पेपर देने आए थे और एग्जाम रिजल्ट 30 जून 2023 को आ गया था। रिजल्ट में चुने हुए 8617 बच्चों की मेरिट लिस्ट रिलीज़ की और बाकी पदों के लिए रिजल्ट रोक दिया गया। इसके बाद इस मामले की जांच के लिए जुलाई 2023 को जांच आयोग गठन किया गया था और 8 महीने जांच के बाद जस्टिस राजेंद्र वर्मा ने रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपते हुए परीक्षा के परिणाम पर लगी रोक को हटाने की अनुशंसा की थी। इस आधार पर मोहन सरकार ने पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम जल्द घोषित करने के आदेश दिए थे,जिन्हें पिछले हफ्ते जारी कर दिया गया है।