पश्चिम बंगाल के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि मकर संक्रांति पर गंगा सागर मेला क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रविवार दोपहर तक 65 लाख तीर्थयात्रियों ने गंगा सागर में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। उन्होंने कहा कि सोमवार को मकर संक्रांति के अवसर पर यह संख्या बढ़ने की संभावना है। राज्य के ऊर्जा और खेल विभाग के मंत्री अरूप विश्वास ने कहा कि रविवार दोपहर तक 65 लाख तीर्थयात्रियों ने गंगा सागर में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया।
उन्होंने कहा कि सोमवार को मकर संक्रांति के अवसर पर यह संख्या बढ़ने की संभावना है। उन्होंने कहा कि 14,000 पुलिसकर्मी तैनात करने के साथ 45 निगरानी टावर बनाए गए हैं और 1,100 से अधिक सीसीटीवी लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को नौकाओं आदि के माध्यम से सागर द्वीप तक पहुंचाया जा रहा है, जबकि मुरीगंगा नदी पर 300 'फॉग लाइट' लगाई गई हैं। वरिष्ठ मंत्री ने कुंभ मेले की तरह गंगा सागर मेले को भी राष्ट्रीय मेला का दर्जा देने की राज्य सरकार की मांग दोहराई। मंत्री ने कहा, अकेले राज्य सरकार के लिए वार्षिक मेले के आयोजन का भारी खर्च वहन करना बहुत मुश्किल है।
बेहतर संचार के परिणामस्वरूप श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होने के कारण इस वर्ष मेले के दौरान 265 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने का अनुमान है। मंत्री ने कहा कि मेले में असामाजिक गतिविधियों में लिप्त अब तक कुल 180 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक छह मरीजों को एयर एंबुलेंस द्वारा कोलकाता के विभिन्न अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है। हृषिकेश पंजिका के अनुसार, मकर संक्रांति पर 'पुण्य स्नान' का शुभ मुहूर्त रविवार देर रात 12:13 बजे शुरू होगा और अगले 24 घंटों तक जारी रहेगा। अधिकांश श्रद्धालु इस समय का पालन करेंगे और पवित्र स्नान करेंगे।