नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को 'प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र' के साथ ही देश में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने की परियोजना की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' के लाभार्थियों से संवाद के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम समर्पित किया। 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' पूरे देश में सरकार की प्रमुख योजनाओं की संपूर्ण पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है ताकि इन योजनाओं का लाभ समयबद्ध तरीके से सभी लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचे। केंद्र की कई योजनाओं के ओडिशा के एक लाभार्थी से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा 'मोदी की गारंटी' वाली गाड़ी है और गांव- गांव जा रही है। उन्होंने उक्त लाभार्थी से आग्रह किया कि उन्हें अब देश को विकसित बनाने में योगदान का संकल्प लेना चाहिए और इस अभियान में गांव के लोगों को भी जोड़ना चाहिए। इससे पहले एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि महिलाओं के नेतृत्व में विकास सुनिश्चित करना प्रधानमंत्री का निरंतर प्रयास रहा है और इस दिशा में एक और कदम उठाते हुए मोदी ने 'प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र' की शुरुआत की है। यह केंद्र महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ड्रोन प्रदान करेगा ताकि वे इस तकनीक का उपयोग आजीविका सहायता के लिए कर सकें। इस योजना के तहत अगले 3 वर्षों के दौरान महिला स्वयं सहायता समूहों को 15,000 ड्रोन उपलब्ध कराए जाएंगे और साथ ही महिलाओं को ड्रोन उड़ाने और उपयोग करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जन औषधि केंद्र किफायती कीमतों पर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए बनाए जा रहे हैं। महिला एसएचजी को ड्रोन उपलब्ध कराने और जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने संबंधी पहल की घोषणा प्रधानमंत्री ने इस साल स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण के दौरान की थी।