भारतीय इतिहास का ऐसा काला दिन जिसे भूला नहीं जा सकता है। आज आतंकी हमले की 15वीं बरसी है। 26 नवंबर 2008 को मुंबई शहर दहल उठा। इस हमले में 166 लोगों की जान चली गई। करीब 300 लोग घायल हुए। 10 आतंकी कराची से नाव के रास्ते मुंबई आए। आतंकियों ने शिवाजी टर्मिनल, लियोपोल्ड कैफे, शहर के तीन बड़े होटलों को अपना निशाना बनाया। तीन दिनों तक अंतकवादियों और सुरक्षा बल में मुठभेड़ चलती रही और पूरा देश सहमा रहा।
एक-एक पल रहा मुश्किल.. लश्कर-ए तैयाब कर 10 आतंकवादी 23 नवंबर 2023 को कराची के रास्ते नाव से मुंबई पहुंचे। उन्होनें नाव पर सवार 4 भारतीयों को मारकर कब्जा किया था। रात 8 बजे कोलाबा पास मछली बाजार में उतरे और 4 हिस्सों में बँटकर शहर के अलग-अलग हिस्सों में आतंक मचाया। उन्होनें पहला निशाना छत्रपती शिवाजी टर्मिनल को बनाया। रात को करीब 9 बजे दो हमलावरों ने तबातोड़ फायरिंग की। इसमें अमजल कसाब भी शामिल था। इस गोलीबारी में 57 लोग मारे गए। 100 से अधिक लोग घायल हुए। इसके बाद आतंकियों ने प्रसिद्ध रेस्तरां लियोपोल्ड कैफे को आपका शिकार बनाया। 10 लोगों की जान चली गई। पारले इलाके में करीब रात 10 बजे एक टैक्सी को बम से उड़ाने की खबर आई।
इस दौरान कई लोग मारे गए। वहीं 15 से अधिक लोग घायल हुए।