हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार कार्तिक माह का पहला प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर दिन शुक्रवार को रखा जाएगा. मान्यता है कि प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में की जाए तो ज्यादा फलदायी होता है. ऐसे में चलिए जानते हैं
प्रदोष काल का शुभ मुहूर्त:-
कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी 10 नवंबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से अगले दिन 11 नवंबर 2023 को दोपहर 1 बजकर 57 मिनट तक रहेगा.
इस दिन प्रदोष काल 5 बजकर 30 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 8 मिनट तक रहेगा.
प्रदोष व्रत की पूजा विधि :-
- प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करके साफ कपड़ा धारण कर लीजिए.
फिर मंदिर या फिर घर के पूजा स्थल को साफ करके आप शिव जी की प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं
. - फिर आप शिवलिंग पर अभिषेक करें और बेलपत्र, धतूरा आक के फूल को अर्पित करें. अंत में आप शिव जी की आरती करें.
इस विधि से आप प्रदोष व्रत में पूजा करके बाबा भोले नाथ का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.