नई दिल्ली। चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर (Chandrayaan Vikram Lander) के चंद्रमा की सतह पर उतरने के साथ ही भारत ने इतिहास रच दिया है. 14 जुलाई 2023 को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रवाना हुआ Chandrayaan-3 ने आज शाम 6.04 बजे चांद के साउथ पोल पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग की है. इस ऐतिहासिक मिशन की सफलता पर उम्मीदें पूरे देश की लगी हुई थीं, इसके साथ ही चंद्रयान-3 में अपनी भूमिका निभाने वाली इस सेक्टर की भारतीय कंपनियों (Indian Space Sector Companies) के लिए भी इस मिशन की सफलता मील का पत्थर साबित हुई है. इंजन-थ्रस्टर से लेकर तमाम कंपोनेंट बनाए :- देश की तमाम बड़ी कंपनियों ने चंद्रयान-3 के लॉन्च में अपनी अहम भूमिका निभाई है. रॉकेट इंजन और थ्रस्टर से लेकर अन्य कंपोनेंट्स का निर्माण इन कंपनियों द्वारा किया गया है. इनमें गोदरेज एयरोस्पेस, टाटा स्टील, एल एंड टी, बीएचईएल समेत अन्य कंपनियां शामिल हैं. स्पेस सेक्टर सर्विसेज के मामले में भारत फिलहाल पांचवें पायदान पर है और Chandrayaan-3 की सफलता का असर इस रैंकिंग पर भी पड़ेगा. आइए इस मिशन में अहम रोल निभाने वाली देश की 10 बड़ी कंपनियों और उनके द्वारा किस तरह का योगदान दिया गया है। Larsen and Toubro Ltd :- इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टूब्रो की एयरोस्पेस यूनिट ने चंद्रयान-3 मिशन के लॉन्च व्हीकल के लिए जरूरी कंपोनेंट्स की सप्लाई की है. यान का Booster Segment इस कंपनी के द्वारा ही तैयार किया गया है. जिसमें हेड एंड सेगमेंट, मिडिल सेगमेंट और नोजल बकेटफ्लेंज शामिल हैं. चंद्रयान मिशन के लैंडिंग से पहले ही कंपनी के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिलने लगी थी. बुधवार को Share Market में कारोबार खत्म होने पर कंपनी का शेयर 1.47 फीसदी चढ़कर 2718.10 रुपये के लेवल पर क्लोज हुआ।