त्रिपुरा। के उनाकोटि जिले में बुधवार को जगन्नाथ हाईटेंशन तार के संपर्क में आने के बाद एक रथ में आग लगने से 2 बच्चों सहित 7 व्यक्तियों की मौत हो गई और 16 अन्य झुलस गए। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम मोदी के हवाले से ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया। पुलिस ने बताया कि यह घटना इस्कॉन द्वारा आयोजित भगवान जगन्नाथ के 'उल्टा रथ यात्रा' उत्सव के दौरान कुमारघाट इलाके में बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे हुई।
इस उत्सव के दौरान, भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के एक सप्ताह बाद अपने मुख्य मंदिर लौट आते हैं। लोहे से बने रथ को हजारों लोग खींच रहे थे, तभी वह 133 केवी (किलो वोल्ट) के केबल के संपर्क में आ गया। रथ के हिस्सों में तुरंत ही आग लग गई और इसकी चपेट में लोग भी आ गये और वे सड़क पर गिर गए। पुलिस ने बताया कि दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को काबू किया। हादसे में 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की मौत अस्पताल ले जाते समय हो गई। मृतकों में 2 बच्चे और 3 महिलाएं शामिल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम मोदी के हवाले से ट्वीट किया कि कुमारघाट में उल्टा रथ यात्रा के दौरान हादसा दुखद है। इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद दे रहा है। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपए तथा घायलों को 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री माणिक साहा स्थिति का जायजा लेने के लिए कुमारघाट पहुंचे जो अगरतला से लगभग 120 किलोमीटर की दूरी पर है।
राज्य के मंत्री टिंकू रॉय के साथ साहा ने कुमारघाट अस्पताल का निरीक्षण किया और घायलों का हाल-चाल पूछा तथा उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। ऊर्जा मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा कि उन्होंने त्रिपुरा राज्य विद्युत निगम लिमिटेड को घटना की जांच करने और तुरंत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। विपक्ष के नेता, टिपरा मोथा के अनिमेष देबबर्मा ने उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह घटना स्थानीय प्रशासन की सतर्कता की कमी के कारण हुई।