ओडिशा के बालासोर में 3 ट्रेनों की टक्कर में 237 की मौत हो गई जबकि 900 से ज्यादा घायल हो गए। हालांकि, स्थानीय ग्रामीणों का दावा है कि मृतकों की संख्या 1000 के करीब हो सकती है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। एयरफोर्स, NDRF, पुलिस समेत कई एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।
राज्य में एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है। हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए। कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई। उन्होंने बताया कि हादसा शाम को करीब सात बजे हुआ। हादसे में घायल 350 से अधिक लोगों को जिले के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। राज्य की राजधानी भुवनेश्वर समेत आसपास के जिलों के सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। वहीं रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने कहा कि पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी उतरी और इसके 10-12 डिब्बे बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस की पटरी पर जा गिरे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल हादसे पर दुख जताया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। हादसे के बाद 18 ट्रेने रद्द ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम हुए तीन ट्रेन से जुड़े भीषण हादसे के बाद लंबी दूरी की 18 ट्रेन को रद्द कर दिया गया सात ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। मुआवजे का ऐलान : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्रेन दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि घटनास्थल पर बचाव अभियान जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है। मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपए और घायलों के लिए 50,000- 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। रेल मंत्री ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को दो-दो लाख रुपए और मामूली रूप से घायलों को 50,000-50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।