नीमच। चाईल्ड रिलीफ मिशन फाउंडेशन के द्वारा ग्राम बमोरी में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया,बाल पंचायत के माध्यम से संस्था पदाधिकारियों व ग्रामवासियों ने विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर यह संकल्प लिया कि हम अपने आस पास बाल मजदूरी नहीं होने देंगे।
चाईल्ड रिलीफ मिशन की सदस्य श्रीमती शबनम खान के द्वारा बाल पंचायत के माध्यम से सभी नन्हे-मुन्ने बच्चों एवं महिलाओं को बाल अधिकारों के प्रति जैसे शिक्षा का अधिकार,सुरक्षा का अधिकार,सहभागिता का अधिकार,वृद्धि एवं विकास का अधिकार आदि के प्रति जागरूक किया, साथ ही सभी नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपने हाथों में पोस्टर के माध्यम से बाल श्रम के विरुद्ध "Say No To Child Labour "का संदेश दिया।
इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष अनूप चौधरी ने नन्हे-मुन्ने बच्चों को जानकारी दी कि बचपन पढ़ने के लिए है खेलने के लिए है,बाल मजदूरी के कारण हमारा मानसिक व शारीरिक विकास नहीं हो पाता है बाल मजदूरी के प्रति विरोध एवं जगरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 12 जून को बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के जागरूकता पैदा करने के लिए 2002 में विश्व बाल श्रम विरोधी दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत की।श्रम संगठन के अनुमान के मुताबिक विश्व में 21 करोड़ 80 लाख बालश्रमिक हैं।जबकि एक आकलन के अनुसार भारत में ये आंकड़ा 1करोड, 26लाख 66 हजार 377 को छूता है।
सभी बच्चों को बिस्किट्स एवं चॉकलेट दी गई।
इस अवसर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता केसरदेवी रावत, सहायिका नीतू सेन, समाजसेवी राधा यादव, संस्था अध्यक्ष अनूप चौधरी, संस्था सदस्य शबनम खान, उपाध्यक्ष शिविका गर्ग, कोषाध्यक्ष चन्दा सालवी, सदस्य पूजा मिश्रा, नवनीत, शीतल पाटीदार व ग्रामवासी आदि उपस्थित थे!
उक्त जानकारी संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष किशोर जी बागड़ी ने दी!