निकाय चुनाव की सरगर्मी हुई तेज, 11 जून से शुरू हुआ नामंकन भरने का सिलसिला जो 18 जून तक चलेगा, कई उम्मीदवार पार्षद बनकर चेयरमेन बनने का ख्वाब संजोने लगे है

प्रदीप जैन June 11, 2022, 8:45 pm Technology

सिंगोली। नीमच जिले मे सबसे अधिक सुर्खियो मे रहनी वाली नगर परिषद सिंगोली इस समय निकाय चुनाव को लेकर चर्चा मे बनी हुई है की यहा आने वाले चुनाव मे ताज किसके सर पर होगा। चुनावी सरगर्मी दिंनाक 11 जून नामंकन प्रकिया आरंभ होने के साथ ही शुरू हो गई है।

नगर का हर तीसरा व्यक्ति पार्षद का चुनाव लड़ने की बात करता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रमुख राजनैतिक दल भाजपा ओर कांग्रेस दोनो ही अपने - अपने स्तर पर नगर निकाय चुनाव की रणनिती बनाने मे लगे हुए है। परन्तु अभी तक की चुनावी तैय्यारी मे भाजपा कांग्रेस से कांफी आगे है।

क्योकी भाजपा संगठन ने पिछले कई दिनो पहले से अपने बुथ स्तर के कार्यकर्ता को इसके लिए तैय्यार कर रखा है। वहि कांग्रेस एन टाईम पर अपने कार्यकर्ताओ की सार संभाल करने मे लगी है।

यही कारण हे जिसकी वजह से चुनावी रणनिती मे कांग्रेस को भाजपा से पिछड़ना पड़ता है। भाजपा सत्ता मे होकर भी जमीन पर सक्रिय रहती है वहि कांग्रेस विपक्ष मे होकर भी जमीन पर यदाकदा नजर आती है।

यही वजह हे जो पिछले लम्बे समय से भाजपा कांग्रेस को मात देती आ रही है। सिंगोली नगर परिषद चुनाव हमेशा कांटे की टक्कर वाला रहा इस बात को ध्यान मे रखते हुए नगर के सभी नेता अपने अपने वार्डो मे या आरक्षण के कारण अन्य वार्ड मे जाकर चुनाव लड़ने की जुगाड़ करने मे लगे हुए है।

पुरे नगर मे नगर परिषद चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। यहां हर तीसरा व्यक्ति पार्षद का चुनाव लड़ने की बात करता नजर आ जाएगा भाजपा ओर कांग्रेस दोनो ही दलो के नेता चुनावी सतरंज पर खेलने को आतुर दिख रहे है। इस बार का चुनाव सिधा जनता द्वारा नही होकर पार्षदो द्वारा चेयरमेन चुना जाना तय है चेयरमेन के पद हेतु किसी प्रकार का कोई आरक्षण नही होने के कारण अनेक लोग चेयरमेन बनने के सपने संजोए हुए है। भाजपा और कांग्रेस दोनो ही दल बड़ी चतुराई से इस चुनाव को लड़ने की रणनीती बना रहे है क्योकि पहले वार्डो से अपनी पार्टी के पार्षदो को जिताना उनके लिए अहम है। दोनो दल हर कदम बडा सोच समझ कर उठाने की कोशिश कर रहे है। कुछ भी कहो ये चुनाव दोनो ही दलो के लिए महत्वपूर्ण होकर आगे का भविष्य तय करने वाला होगा। बात करे हम चुनावी कमान की तो भाजपा की ओर से संगठन के साथ-साथ क्षैत्रिय विधायक एवं केबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा मुख्य भूमिका मे रहेगे वही उनके करीबी जिला महामंत्री अशोक सोनी विक्रम, मंडल अध्यक्ष गोपाल धाकड भी अपनी अहमियत रखेगे वही कांग्रेस की ओर से जिलाध्यक्ष अजीत काढ़ेड़ और कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार अहिर अहम भूमिका मे होगे साथ ही सत्यनारायण पाटीदार और ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष बनवारी जोशी भी अपनी तूती बजाने मे पिछे नही रहेगे।

चुनावी बिछात आवेदन के साथ :-

दोनो ही दलो ने चुनाव लडने के इच्छुक अपनी-अपनी पार्टी कार्यकर्ताओ से आवेदन लेने की प्रक्रिया आरंभ करते हुए चुनावी बिछात बिछा दी है। देखना यह है की दोनो ही दल टिकट वितरण किस तरह करते है और चुनावी बाजी अपनी ओर करने मे कोन सफल होगा। चुनावी बाजी जितने के लिए टिकिट वितरण अहम रहेगा। आज से नामंकन भरने की प्रक्रिया आरंभ हुई है जो 18 जून तक चलेगी जिसके चलते चुनावी हलचल तेज हो गई। चुनाव को लेकर चौराहे की चर्चा मे तेजी आ गई और हर व्यक्ति की जुबान पर नगर परिषद चुनाव ही बना हुआ है।

इस बार कोन बाजी मारेगा :-

देखना यह हे की इस बार के चुनाव मे कोन बाजी मारता है क्योकि यहा पर भाजपा ओर कांग्रेस मे हमेशा कांटे का मुकाबला होता आया और हार जीत भी नाम मात्र के वोटो से होती रही है। ओर इसलिए ही सिंगोली नगर परिषद पुरे जिले मे हमेशा सूर्खियो मे रहती आई है।

रूठ़ो की मान मनुहार शुरू हुई :-

चुनावी माहौल बनने के साथ ही दोनो ही दल अपने अपने रूठ़े लोगो को मनाने की कवायद मे अभी से लग गए है। फिलहाल तो दोनो दलो के टिकिट वितरण पर लोगो की निगाहे है आगे की लड़ाई कैसी रहेगी यह टिकिट वितरण पर तय करेगा कुल मिलाकर चुनाव कांटे की टक्कर वाला होगा इसमे कोई शक नही है। बाजी कोन मारेगा यह अभी कहना बैमानी होगा। अभी तो सिर्फ तेल देखो और तेल की धार देखो।

Related Post