झांतला। मप्र की भाजपा सरकार हर तरफ से फैल हो चुकी है। भाजपा सरकार के कई मंत्री व जनप्रतिनिधि सत्ता के नशे में चूर होकर आमजनता और शासकीय कर्मचारियों को परेशान करने पर तुले है। साथ ही जनता के रूपयों का दुरूपयोग करने से भी बाज नहीं आ रहे है। भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों से व निरंतर बड़ रही महंगाई से आम आदमी का जीना दुश्वार होता जा रहा है।
वही इनके मंत्री सत्ता के नशे में चूर होकर आम जनता व शासकीय कर्मचारियों के साथ घिनौना मजाक करने से भी बाज नहीं आ रहे है वहीं प्रदेश के विकास के लिए व आमजनता के उपयोगी शासकीय खजाने का दुरूपयोग करते हुए खुद के स्वार्थ के लिये उसका मजाक बनाने का काम किया जा रहा है। उक्त विचार व्यक्त करते हुए जावद के पूर्व जनपद अध्यक्ष काँग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि जावद के विधायक व मध्यप्रदेश के केबीनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा हमेंशा अपने जनविरोधी कार्यो में मशगूल होकर आमजनता को परेशान करने का काम करते है।
जावद व वहां की जनता के साथ उन्होंने हमेशा धोखा किया है। जावद की जनता को परेशान करने का काम करते आ रहे है। दिखावे की राजनीति करके आमजनता के साथ विश्वासघात करने वाले विधायक ओमप्रकाश सकलेचा ने नया कारनामा करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ अनीति कार्य किया है। मामला सभी के संज्ञान में है।
ओमप्रकाश सकलेचा ने दिनांक 10-03-2021 को एक वर्ष पूर्व जावद विधानसभा की आंगनवाड़ियों को प्रत्येक आंगनवाड़ी के मान से 13-13 हजार रुपए देकर लगभग 56 लाख 68 हजार रुपए बांटे थे और उसका तत्समय बकायदा मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा के प्रशासनिक लेटर पैड पर 13-13 हजार रूपए राशि बांटने के लिए कलेक्टर को निर्देशित भी किया गया था। आज लगभग एक वर्ष बाद फिर आंगनवाड़ियों को दी गई राशि वापस लेने का आदेश शासन की और से जारी किया गया है। आंगनवाड़ियों को दी गई राशि वहां की कार्यकर्ता ने आंगनवाड़ी के विकास में व अन्य कामों में खर्च कर दी ।
अब आंगनवाड़ी विकास हेतु कार्यकर्ताओं को दिया गया 13-13 हजार रूपयें वापिस मांगे जा रहे है जो अब वो कार्यकर्ता कहां से लाकर दे। मिली जानकारी अनुसार मंत्री सकलेचा के द्वारा ही पैसा वसूली का कठोर आदेश दिया गया है और ऐसा कहा गया है कि तत्काल समय सीमा में वो रूपया जमा करवाना है। उस आदेश के बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में निराशा है वहीं मंत्री सकलेचा के विरूद्ध गहन आक्रोश भी पनप रहा है। पाटीदार ने कहा कि महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी की माने तो उनको वसूली का आदेश एसडीएम जावद से मिला है वही एसडीएम की माने तो उनको यह आदेश मंत्रीजी से मिला है।
भाजपा की सरकार व उसके मंत्री थोथी वाहवाही लूटने के लिए और अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए सारी हदें पार कर आमजनता व शासकीय कर्मचारियों को परेशान करने पर तुले है। जिन आंगनवाडियो को 13 हजार रुपए दिए गए थे उन्होंने आंगनवाडी में खर्च कर दिए है और अब मंत्री सकलेचा के दबाव में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं पर भारी दबाव बनाया जा रहा है और कहा जा रहा है कि रूपया केसे भी करके जमा करवाओ। अब हालत ये बन रहे हैं की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता खुद यहां वहां से उधार लेकर खुद आर्थिक नुकसान भुगतते हुऐ नौकरी पर आंच नहीं आ पाये इस डर से 13 हजार रुपए जमा करवा रही है।
आखिर शासकीय अधिकारी निजी ठेकेदार के खाते में राशि डालने के लिए क्यों दबाव बना रहा :-
सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि यहां विचारणीय बात है कि केबिनेट मंत्री सकलेचा ने आंगनवाड़ियो का मजाक बनाने का काम किया है। पहले आंगनवाड़ियों को रूपयें देकर खूब वाहवाही लूट ली और अब पुनः दिये गये रूपये लेकर तानाशाही करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को परेशान करने पर तुले है। उनके इशारों पर ही सारा काम हो रहा है।
आखिर 56 लाख, 68 हजार रुपया जो आंगनवाडीयो को दिया गया था वो पुनः क्यों लिया जा रहा है, ऐसी क्या स्थिति बन पड़ी है जो आंगनवाडीयो में खर्च हो गए पेसो को निजी ठेकेदार के खाते में ट्रांसफर करवाया जा रहा है। कुछ तो गड़बड़ झाला है जो मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा शासन के शासकीय उपयोग हेतु आंगनवाड़ीयो को दिये गये रुपयों को पुनः निजी ठेकेदार के खाते में जमा करवाकर शासन के रूपयो का दुरुपयोग कर रहे हैं। और कमीशन के चक्कर में बड़ा खेल खेल रहे है।
ओम प्रकाश सखलेचा के द्वारा आंगनवाड़ियों को 56 लाख 68 हजार रुपए देते समय खूब वाहवाही लूटी थी अब कमीशन के चक्कर में आंगनवाडी कार्यकर्ता को आर्थिक रूप से परेशानी में डालते हुए उनके साथ घोर अनीति कर रहे है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। पाटीदार ने कहा कि आंगनवाडीयो को दिये गये रूपयें खर्च हो गए और अब उन्ही रूपयों को आंगनवाडी में खिलौनों व अन्य सामान खरीदने की नोटंकी के नाम से खुद के चहेते ठेकेदार से कमीशन के चक्कर में उसके खाते में राशि डलवा रहे है। आश्चर्य किन्तु सत्य की नीमच कलेक्टर को भी यह मामला संज्ञान में है और वे इसकी जांच के लिये ऐसे अधिकारी को जिम्मेदारी सौंप रहे है जिसके आदेश से ही दिये गये रूपये वापस लेने का काम हो रहा है। भाजपा सरकार में अनीति की चरम सीमा आ गई है। आमजनता भी भाजपा के शासन से उब चुकी है। आने वाले चुनावों में आमजनता व शासकीय कर्मचारी भाजपा सरकार को उखाड़ फेकेंगी।