नीमच। वैसे देखा जाए तो होने में बहुत कुछ हो रहा है। पर शिकायत करने के बाद अधिकारी अपनी आंखें खोल दे और समय रहते अगर विभाग द्वारा उचित कार्रवाई कर दी जाए तो जनता का न्याय व्यवस्था से उठते हुए विश्वास से कुछ उम्मीद लगाई जा सकती है।
एसा ही माजरा देखने को मिला नीमच के प्राइवेट बस स्टैंड पर। दरअसल हुआ यू की आचार संहिता लगते हैं नपा के कुछ पदस्थ कर्मचारियों की सांठगांठ से वार्ड नंबर 14 प्राइवेट बस स्टैंड नीमच मुख्य मार्ग पर लगभग 1000 वर्ग स्क्वायर फीट बहुमूल्य शासकीय भूमि पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा लगातार दो-तीन दिन से निर्माण कार्य शुरू कर योजनाबद्ध तरीके से अतिक्रमण किया जा रहा था जिसे देखकर निष्पक्ष निस्वार्थ और निर्भय पत्रकार साथी द्वारा नपा मुख्य अधिकारी सीपी राय को कल दिनांक 03/06/2022 को अवगत कराया तो सीपी राय सीएमओ नपा द्वारा यह आश्वासन भी दिया गया था कि अगले दिन तुरंत एक्शन लिया जाएगा और ऐसा ही हुआ ढाई दिन के झोपड़े को ढाई घंटे में सीएमओ के आदेश अनुसार धराशाई कर दिया गया।
मौके पर गुप्त सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि पूर्व में भी जब अतिक्रमणकर्ता द्वारा मिट्टी भराव डालकर अतिक्रमण करने की कोशिश की गई थी तब भी यह मुद्दा अखबार की सुर्खियों में रहा था। एक बार फिर से यह चर्चाओं में आया है इस अतिक्रमण भूमि की जागरूक व्यक्तियों द्वारा आरटीआई से प्रमाणित जानकारी हासिल करने की कोशिश की गई परंतु विभाग में फाइल गुम होने का बताया। वार्ड नंबर 14 जहां अतिक्रमण भूमि का माहौल गर्म रहा वह राजस्व संबंधित पदस्थ रवीश कादर का एरिया है लेकिन चुनावी व्यस्तता के कारण रवीश कादर की जगह अतिक्रमण हटवाने का आदेश सीपी राय द्वारा आरएन कदवा को दिया गया जब आर एन कदवा अपने यंत्र मंत्र और टीम के साथ इस नेक काम को अंजाम देने मौके पर पहुंचे तब वहां नीमच राजस्व संबंधित कर्मचारी दिनेश चांदना द्वारा आर एन कदवा को एक कॉल आता है, लेकिन कदवा द्वारा चलाई जा रही मुहिम में कदवा के व्यस्त होने के कारण वह उसका कॉल अटेंड नहीं कर पाए जिस पर बौखला कर दिनेश चांदना बिना अधिकारी को अवगत कराएं मौके पर पहुंच नियमित कार्रवाई करने वाले आर एन कदवा पर भड़क उठे।
इससे यह अनुमान लगाया जाता है कि असामाजिक तत्व अतिक्रमणकर्ता और नपा पदस्थ कर्मचारी दिनेश चांदना के बीच काफी मधुर संबंध रहे हैं और इसी के चलते पूरी शह मिलने के कारण इस बहुमूल्य शासकीय जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा था। सरकारी विभाग में ऐसे लोग बहुत मिलेंगे एक वो जो विभाग में पदस्थ होने के कारण अपने पद का दुरुपयोग कर गलत कामों को अंजाम देता है और दूसरा वह जो सही काम हो रहा हो तो उसमें भी अपनी टांग अड़ा का दखल अंदाजी करना। ऐसे लोग जो अपने कार्य के प्रति निष्ठावान ना रहते हो अपने पद का दुरुपयोग करते हैं वह विभाग में एक दीमक की तरह होते हैं ऐसे लोगों को तुरंत अपने पद से निलंबित कर विभागीय अनुशासन में तब्दीली दिखानी चाहिए।