नई दिल्ली। सरकार की विभिन्न नीतियों के विरोध में ट्रेड यूनियनों ने दो दिनों के भारत बंद का आह्वान किया है. यह भारत बंद आज से शुरू है और कल तक चलेगा. इसके चलते बैंकिंग, रेलवे और बिजली सहित कई सेवाओं पर असर पड़ने की आशंका है.
बैंकों के कर्मचारी निजीकरण के विरोध में इस हड़ताल में हिस्सा ले रहे हैं. इससे देश भर में बैंकिंग कामकाज पर काफी असर पड़ सकता है. इसके अलावा इस बात की भी आशंका है कि दो दिनों की हड़ताल के चलते एटीएम में भी कैश की दिक्कत हो सकती है.
देश का सबसे बड़ा बैंक SBI खुद भी इस बात की आशंका व्यक्त कर चुका है।
लगातार 4 दिन बैंकिंग कामकाज ठप्प :-
साप्ताहिक अवकाश के चलते बैंक पहले ही 2 दिन बंद थे. इस हड़ताल से लोगों की दिक्कतें इस कारण भी बढ़ने वाली हैं. 26 मार्च को महीने का चौथा शनिवार था, जबकि 27 मार्च को रविवार था. इस कारण बैंक पहले ही लगातार 2 दिन बंद रह चुके हैं.
अब सोमवार (28 मार्च) और मंगलवार (29 मार्च) को हड़ताल के चलते बैंक बंद रहने वाले हैं. इस तरह लगातार 4 दिनों के लिए देश में बैंकिंग कामकाज ठप रहने वाला है।
इन क्षेत्रों में भी पड़ सकता है असर :-
दी प्लेटफॉर्म ऑफ सेंट्रल ट्रेड यूनियंस और सेक्टोरल फेडरेशंस एंड एसोसिएशंस के बयान की मानें तो इस दो दिनों के भारत बंद में जरूरी सेवाओं के कर्मचारी भी हिस्सा ले रहे हैं. बयान में दावा किया गया है कि रोडवेज, ट्रांसपोर्ट और इलेक्ट्रिसिटी जैसे इसेंशियल सर्विसेज के कर्मचारियों ने भी भारत बंद में हिस्सा लेने का निर्णय लिया है. बयान के अनुसार, बैंकिंग और इंश्योरेंस समेत फाइनेंशियल सेक्टर ने भी इसमें शामिल होने का निर्णय लिया है.
इनके अलावा कोयला, इस्पात, तेल, दूरसंचार, डाक, इनकम टैक्स आदि क्षेत्रों के कर्मचारी भी भारत बंद का हिस्सा बन रहे हैं।