नीमच। नीमच जिले की जनपद पंचायत जावद के ग्राम बांगरेड़ की भंवरी बाई के पति मांगीलाल खाती का कुछ वर्षेा पहले देहावसान हो जाने से भंवरीबाई पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पडा। उस समय उसके दोनो बेटे छोटे थे।
रहने को गॉव मे एक कच्चा मकान था, जो बरसात में हर समय चिंतित करता था, कि अब बरसात में कैसे दिन गुजारेगें। बारीश में हर समय उसे जहरीले जीव-जन्तुओं का डर बना रहता था।
विषम परिस्थियों में भी भंवरीबाई ने हिम्मत न हारते हुए, स्वंय की दो बीघा जमीन में खेती व मजदुरी कर अपने बच्चों का लालन-पालन किया।
साथ ही उसने बच्चों की पढाई-लिखाई में भी कोई कसर नहीं छोडी।
भवंरीबाई को म.प्र.सरकार की ओर से प्रतिमाह विधवा पेंशन मिल रही है, जो वद्धावस्था मे उसका सहारा है। भवंरीबाई को वर्ष 2016-17 में प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत आवास निर्माण का कार्य स्वीकृत हुआ तो उसकी खुशी का ठिकाना ना रहा। उसने प्रधानमंत्री आवास योजना से मिलने वाली किश्तों की राशि से अपना पक्का मकान बनवाया। आवास निर्माण के साथ ही उसे म.न.रे.गा. के तहत 90 दिवस की मजदूरी 18 हजार 480 रूपये भी प्राप्त हुई है। भवंरीबाई को स्वच्छ भारत मिशन तहत शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रूपये की राशि भी प्राप्त हुई है। जिससे उसने शौचालय भी बनवाया।
65 वर्षीय भंवरीबाई ने कभी सोचा भी न था, कि उसका अपना भी पक्का मकान बनेगा, परन्तु आज प्रधानमंत्री आवास योजना की वजह से भंवरीबाई का अपना स्वंय का पक्का मकान है। भंवरीबाई को उज्जवला योजना में नवीन गैस कनेक्शन, सिलेण्डर व चूल्हा भी प्राप्त हुआ है। वहीं प्रधानमत्री आवास योजना व अन्य योजनाओं का लाभ मिल जाने से भंवरीबाई के जीवन में खुशहाली आ गई है।
नीमच जिले में प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण) योजना तहत 10 हजार 49 आवासो का निर्माण कार्य पूर्ण होकर, सभी आवासों मे हितग्राही निवासरत है।