अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश के समक्ष महिलाओ एवं बालिकाओं ने ली शपथ

NEEMUCH HEADLINES March 8, 2022, 9:50 pm Technology

नीमच। बांछड़ा समाज में व्याप्त देह व्यापार की कुरीति से सदैव दूर रहेंगे, सदैव अपने परिवार को दूर रखेंगे और समाज की मुख्य धारा में स्थान दिलाने के लिये सदैव प्रयास करेंगे’’ यह शपथ बांछड़ा समाज की महिला एवं लड़कियों ने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री राजवर्धन गुप्ता से ली।

कार्यक्रम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नीमच एवं प्रोजेक्ट मिशन मुक्ति कार्यक्रम के संयुक्त तत्वाधान में अंर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ए.डी.आर. सेंटर नीमच में बांछड़ा समुदाय की बालिकाओं, महिलाओं को समाज की मुख्य धारा में स्थान दिलाने, उनके सम्मान एवं सशक्तिकरण हेतु आयोजित था।

कार्यक्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश माननीय राजवर्धन गुप्ता के मुख्य आतिथ्य एवं न्यायाधीशगण विशेष न्यायाधीश विवेक कुमार श्रीवास्तव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव संजय कुमार जैन, अपर सत्र न्यायाधीश अजय सिंह ठाकुर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अरविन्द दरिया, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सदाशिव दांगोड़े, मोहम्मद असलम देहलवी, प्रशिक्षु न्यायाधीश सरोज डहेरिया एवं जिला अभिभाषक संघ के सचिव शिवनारायण पाटीदार की विशेष उपस्थित में नालसा (तस्करी और वाणिज्यिक यौन शोषण पीड़ितों के लिए विधिक सेवाऐं) योजना, 2015 के तहत जागृति...जीवन एक आषा के तृतीय चरण में आयोजित था।

कार्यक्रम में पढ़ी लिखी एवं नौकरी करने वाली बाछड़ा समुदाय की युवतियों और महिलाओं को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, नीमच राजवर्धन गुप्ता ने कहा कि महिला सशक्तिकरण दिवस पर हम बांछड़ा कम्यूनिटी की महिलाओं एवं बालिकाओं को मुख्य धारा से जोड़ पाये या जोड़ने का प्रयास करें इससे बेहतर आज कुछ नहीं लगता, उन्होंने समुदाय की महिलाओं एवं बालिकाओं से संवाद किया और शिक्षा को लेकर जोर दिया।

कार्यक्रम में विशेष न्यायाधीश विवेक कुमार श्रीवास्तव ने समुदाय की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये सामाजिक कार्यक्रमों से जुड़ने, खुद की सोच को सशक्त बनाने पर जोर दिया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं जिला न्यायाधीश संजय कुमार जैन ने स्वयं के आत्मबल के सहारे समाज में स्थान बनाने और कमजोर लोगों की सहायता कर उन्हें भी सामाजिक कुरीति का त्याग करने में सक्षम बनने पर जोर दिया। उन्होंने वयक्त किया कि समुदाय की पढ़ी लिखी व सक्षम महिलाओं को अपनी हैसियत का सदुपयोग समुदाय की अन्य महिलाओं की दशा व दिशा सुधाराने में करना चाहिये।

जागरूकता से ही समाज का कल्याण संभव है। कार्यक्रम को अपर सत्र न्यायाधीश अजय सिंह ठाकुर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अरविन्द दरिया, प्रशिक्षु न्यायाधीश सरोज डेहरिया, जिला अभिभाषक संघ के सचिव शिवनरायण पाटीदार, सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी चन्द्रकांत नाफड़े, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दीपेन्द्र दिवान ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में प्रोजेक्ट मिशन मुक्ति कार्यक्रम के कोर्डिनेटर आकाश चौहान ने कार्यक्रम की रूपरेखा व्यक्त कर अतिथि न्यायाधीशगणों के स्वागत के लिये स्वागत भाषण दिया। शुरूआत में सभी अतिथियों ने मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण कर दीप प्रज्जवलीत किया।

कार्यक्रम का संचालन प्रो-बोनो अधिवक्ता लक्ष्मण सिंह भाटी ने किया। एन.जी.ओ. प्रोजेक्ट मिशन मुक्ति कार्यक्रम के संयोजक आकाश चौहान, विश्वजीत सिंह भाटी, पुजा कटारिया, ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। आभार प्रदर्शन समुदाय की बालिका एवं प्रोजेक्ट मिशन मुक्ति कार्यकर्ता सुश्री पूजा द्वारा किया गया।

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