नीमच। ग्रुप केन्द्र, केरिपुबल, नीमच के मैन्स क्लब में कोविड-19 से बचाव के सभी निर्देशो का सख्ती से पालन करते हुए राजेन्द्र सिंह रावत, पुलिस उप महानिरीक्षक, ग्रुप केन्द्र की अध्यक्षता में कल्याण एवं पुनर्वास कार्यशाला वार्ब एवं पेंशन अदालत का आयोजन किया गया।
इसमें ग्रुप केन्द्र, नीमच के क्षेत्राधिकार में आने वाले मध्यप्रदेश राज्य के कुल 15 जिलों में निवासरत् केरिपुबल के पेंशनधारी अधिकारी/कार्मिकों एवं दिवंगत कार्मिक के परिजनों को आमंत्रित किया गया। डीआईजी राजेन्द्र सिंह रावत ने सर्वप्रथम नये वर्ष की शुभकामना देते हुए स्वास्थ्य के प्रति विशेष सजग व सुरक्षित रहने हेतु अनुरोध किया।
जिसमें कोरोना माहमारी के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने इत्यादि के संबंध में विशेष ध्यान देने हेतु अवगत कराया गया। इस बैठक में लगभग 50 पेंशनधारी अथवा शहीद, दिवंगत कार्मिकों के आश्रितों/परिवारजनों ने भाग लेकर बैठक में अपनी-अपनी समस्याओं को रखा। गंभीरतापूर्वक समस्याओं को सुना तथा तुरंत आवश्यक कार्रवाई करने के लिए सम्बन्धित कार्यालय स्टाफ को आदेश दिए।
इस अदालत में इस परिसर की प्रत्येक संस्था जैसे सीटीसी/ आरटीसी/ग्रुप केन्द्र/रेंज नीमच/4वीं बेतार वाहिनी/ प्रथम बटा. के पेंशन से संबंधित अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित थे। पेंशनधारियों एवं आश्रितों की तरफ से उनके प्रतिनिधियों ने इस बैठक के नियमित संचालन के लिए डीआईजी का धन्यवाद किया तथा इस कदम को सराहा गया। डीआईजी राजेन्द्र सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि हम आप लोगों को हंसते-मुस्कुराते हुए देखना चाहते हैं और यह तभी संभव है जब आपकी कोई शिकायत ना रहे। उन्होने आश्वश्त किया कि उनकी शिकायतों पर समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर उन्हें शीघ्र दूर की जायेगी। परंतु कुछ कार्रवाई नियमों एवं कानून के अनुसार ही करनी होती हैं।
जिन भूतपूर्व पेंशनर्स एवं उनके आश्रितों द्वारा समस्यायें बताई गई है को दूर करने के लिए आवेदन एवं आवश्यक दस्तावेज प्राप्त कर लिया गया है तथा अगली अदालत में इन समस्याओं में से अधिकत्तर पर कार्यवाही पूर्ण हो चुकी होंगी। अंत में राजेन्द्र सिंह रावत ने आए हुए सभी पेंशनधारियों एवं उनके आश्रितों को धन्यवाद देकर सभा समाप्त की। इस अवसर पर क्षेत्रीय कावा अध्यक्षा श्रीमती संतोश रावत के साथ-साथ सभी संस्थानों/कार्यालयों/वाहिनीयों के राजपत्रित अधिकारी/ अन्य अधिकारी/कर्मचारी एवं पेंशनधारी और उनके आश्रित मौजूद थे।