नीमच। म.प्र. इको पर्यटन विकास बोर्ड, वनविभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूली विद्यार्थियों में वन, वन्यपाणी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने हेतु प्रतिवर्ष प्रशिक्षण सह जागरूकता शिविरों का आयोजन वनमंडलों के माध्यम से किया जाता रहा है।
अधिकाधिक विद्यार्थियों को पर्यावरण संवेदी बनाने हेतु कार्यक्रम राज्य के सभी परिक्षेत्रों में आयोजित किया जावेगा। पूर्व वर्षों में ये शिविर अत्यन्त सफल रहे हैं। वर्ष 2016-17 से वर्ष 2019-20 में प्रदेश में लगभग 3.50 लाख स्कूली विद्यार्थियों द्वारा भाग लिया गया। वर्ष 2020-21 कोविड-19 के कारण स्कूल बंद होने से अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो सका था।
वर्ष 2021-22 में कोरोना की परिस्थितियों के दृष्टिगत सावधानी बरतते हुए अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किये जाने का निर्णय लिया गया है। इस वर्ष भी प्रदेश के 475 क्षेत्रीय एवं वन्यप्राणी वन परिक्षेत्रों में शासकीय स्कूलों के 1,20,000 विद्यार्थियों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस हेतु प्रत्येक वन परिक्षेत्र के 240 विदयार्थियों के लिए माह नवंबर से मार्च के बीच शिविरों का आयोजन किया जायेगा। इस वर्ष से अशासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए भी न लाभ न हानि के आधार पर सशुल्क वर्षभर अनुभूति शिविरों का आयोजन किये जाने का निर्णय लिया गया है।
इस वर्ष अशासकीय स्कूलों के 2.00 लाख विद्यार्थियों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। उक्त कार्यक्रम के क्रियान्वयन में स्कूल शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग एवं स्वास्थ्य, जनसंपर्क विभाग आदि के सक्रिय सहयोग की अपेक्षा की गई है।
कलेक्टर मंयक अग्रवाल ने सभी संबंधित विभागों के जिला अधिकारियों को अनुभूति शिविरों के सफल आयोजन में सक्रीय सहयोग करने के निर्देश दिए गए है।