प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड के बाद की दुनिया में भारत की बड़ी भूमिका का उल्लेख करते हुए महत्वाकांक्षी निर्यात लक्ष्य तय किया है। उन्होंने विदेशी उच्चायुक्तों से बात करते हुए कहा कि भारत को कोरोना बाद पैदा हुए अवसर का लाभ उठाने की जरूरत है।
पीएम मोदी ने भारतीय मिशनों के प्रमुखों से कहा कि यह सुनिश्चित करें कि लोकल ग्लोबल हो जाए। प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत और निर्यातकों से निर्यात के नए गंतव्यों की पहचान का आह्वान किया।
मोदी ने कहा कि इससे हम अपने निर्यात का विस्तार कर सकते हैं और 400 अरब डॉलर के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पा सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय उच्चायुक्तों और राजदूतों से बात करके भारत मे निवेश बढ़ाने की संभावना और निर्यात को लेकर विस्तृत चर्चा की। इस चर्चा का उद्देश्य भारत की निर्यात संभावनाओं को विस्तार देना है। इस संवाद का मकसद सभी संबंधित पक्षों को वैश्विक मांग की पूर्ति के लिए स्थानीय संसाधनों के उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना बताया जा रहा है। 20 से ज्यादा विभागों के सचिव, राज्य सरकारों के अधिकारी, निर्यात संवर्धन काउंसिल और चैंबर्स ऑफ कामर्स के सदस्य भी चर्चा में मौजूद थे।
पीएम मोदी ने कहा कि विनिर्माण में कई गुना वृद्धि, लॉजिस्टिक्स की लागत में कमी और घरेलू उत्पादों के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार सहित चार ऐसे कारक हैं, जिनके जरिए देश का निर्यात बढ़ाया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने विदेशों में भारतीय मिशनों से अपने संबंधित देशों में उन उत्पादों की पहचान करने को कहा, जिनका भारत निर्यात कर सकता है। देश से और जवानों की लिए खुशखबरी: अब सॉफ्टवेयर के जरिए होगा ट्रांसफर, मिलेगी पसंद की पोस्टिंग खुशखबरी: सॉफ्टवेयर से होगा जवानों का ट्रांसफर, मिलेगी पसंद की पोस्टिंग आज से फिर पटरी पर दौड़ेगी तेजस एक्सप्रेस, वीक में किस- किस दिन चलेगी आज से फिर पटरी पर दौड़ेगी तेजस एक्सप्रेस, वीक में किस- किस दिन चलेगी UNSC की कमान मिलते ही एक्शन में भारत, कहा- आतंकियों की पनाहगाह है पाकिस्तान, अब कार्रवाई की जरूरत उन्होंने कहा कि फिलहाल देश के सकल घरेलू उत्पाद में निर्यात का हिस्सा 20 प्रतिशत है। हमारी अर्थव्यवस्था के आकार, क्षमता, विनिर्माण तथा सेवा क्षेत्र के आधार के जरिए इस हिस्सेदारी को बढ़ाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड बाद की दुनिया में वैश्विक आपूर्ति शृंखला को लेकर बहस चल रही है। भारत की नई व्यवस्था में बड़ी भूमिका का संकेत देते हुए उन्होंने कहा, ‘हमें इसका लाभ उठाने के लिए पूरा जोर लगाना है।’