किसी भी चतुर्थी तिथि पर श्रीगणेश का पूजन करते समय मोदक का प्रसाद अर्पण करने से वे प्रसन्न होकर वरदान देते हैं। आइए रविवार और गणेश चतुर्थी पर जाने मोदक की सरल विधि
सामग्री :- 2 कटोरी गेहूं का आटा (मोटा), 1 1/2 (डेढ़) कटोरी पिसी शकर, पाव कटोरी काजू, बादाम की कतरन, थोड़ी-सी मिश्री व इलायची का पावडर, तलने के लिए शुद्ध घी, कुछेक केसर के लच्छे।
विधि :-
* राजस्थानी चूरमा मोदक बनाने के लिए सबसे पहले गेहूं का आटा छलनी से छानकर मोयन डालकर गुनगुने पानी की सहायता से कड़ा गूंथ लें।
* अब एक कड़ाही में घी गरम करके उसमें आटे की छोटी-छोटी मुठ्ठियां बनाएं और सभी को धीमी आंच पर तलें।
* जब सारी मुठ्ठियां तलनी हो जाएं तो हाथ से या मिक्सर में उनका बारीक चूरा तैयार कर लें।
* अब इसे एक कड़ाही में धीमी आंच पर हल्का-सा सेंकें।
* गैस बंद करके उसे ठंडा होने दें।
* फिर उसमें पिसी शकर, काजू-बादाम की कतरन, केसर के लच्छे, इलायची मिश्री का पावडर डालें और सारी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं।
* अब पूरा मिश्रण एकसार करके अपनी पसंद के आकार में मोदक बनाएं।
* अब घर में बनाएं गए राजस्थानी शाही चूरमा मोदक से श्रीगणेश को भोग लगाएं और उनसे आशीष लें।