जीरन । शासकीय महाविद्यालय जीरन में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई गई इस उपलक्ष्य में महाविद्यालय परिसर में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसके अतंर्गत निबंध एवं भाषण में जनजाति नायको का योगदान, चित्रकला में जनजाति संस्कृति तथा प्रकृति से निकटता, प्रश्नोत्तरी में जनजाति इतिहास, रंगोली में भगवान बिरसा मुंडा जी का योगदान एवं नुक्कड़ नाटक में जनजाति विरासत से संबंधित गतिविधियों का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. दीपा कुमावत ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के 150 जन्म वर्ष को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला सगंठन अधिकारी प्रोफेसर आशीष सोनी ने कहा कि प्रतियोगिताओं का उद्देश्य विद्यार्थियों को जनजाति समाज के महापरुषों और क्रांतिकारियों के योगदान से परिचित कराना था। एनएसएस कार्यक्रर्यम अधिकारी रितेश चौहान ने बताया कि विद्यार्थियों ने जनजाति गौरव दिवस की भावना को केंद्र में रखते हुए उत्साहपर्दूक भाग लिया और अपने कला कौशल को प्रस्ततु किया। इसी क्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में सामदायिक स्वास्थ्य विभाग के डॉ. महेश पाटीदार भी उपस्थित रहे। विद्यार्थियों का यह नाटक मंचन कला संस्कृति और जनजाति इतिहास के प्रति जागरूकता का संदेश देने में सफल रहा। कार्यक्रर्यम के सहयोगी सदस्य प्रो. सीमा चौहान, डॉ. शीतल सोलंकी, डॉ. नानरूाम नर्गेश रहे। कार्यक्रर्यम में समस्त विद्यार्थी एंव स्टाफ मौजदू रहे।