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मंशापूर्ण महादेव रणजीत हनुमान मंदिर समिति द्वारा 17वाँ विशाल अन्नकूट महोत्सव भव्यरूप से सम्पन्न

Neemuch headlines October 28, 2025, 7:16 pm Technology

नीमच। श्रद्धा, भक्ति और समर्पण का अनुपम संगम रविवार, 26 अक्टूबर को मंशापूर्ण महादेव रणजीत हनुमान मंदिर समिति, इंदिरा नगर में देखने को मिला, जब हजारों भक्तों की उपस्थिति में 17वाँ विशाल अन्नकूट महोत्सव भव्य और विराट स्वरूप में सम्पन्न हुआ।

समिति के मुकेश धनगर ने बताया कि इस वर्ष समिति ने अपने मूल संकल्प — "हर घर से सहभागिता, हर हृदय में श्रद्धा" को केंद्र में रखकर आयोजन को समाज की सामूहिक आस्था का उत्सव बनाया। इस वर्ष समिति ने पहली बार “स्वरुचि भोज प्रणाली” के माध्यम से प्रसाद वितरण की अनूठी व्यवस्था की। यह समिति का इस प्रकार का प्रथम कार्यक्रम था।

स्वरुचि भोजन प्रसाद व्यवस्था से जहां भक्तों को प्रसाद ग्रहण करने में अधिक सुविधा हुई, वहीं समय की उल्लेखनीय बचत भी हुई। प्रसाद वितरण की संपूर्ण व्यवस्था समिति के लगभग 125 कार्यकर्ताओं और मातृशक्ति द्वारा की गई। लगभग 50 से 60 मातृशक्ति ने महिला भक्तों के लिए और 60 से 70 पुरुष कार्यकर्ताओं ने पुरुष वर्ग के लिए सेवा कार्य संभाला। कुल 15 काउंटर बनाए गए, जिनमें 6 महिलाओं हेतु, 6 पुरुषों हेतु तथा 3 अतिरिक्त काउंटर थे।

वरिष्ठ एवं आशक्त भक्तों के लिए टेबल-कुर्सी सहित विशेष कॉरिडोर की भी सुंदर व्यवस्था की गई। कार्यक्रम में नीमच शहर के कोने-कोने से 8 से 10 हजार श्रद्धालु उपस्थित हुए। भक्तों ने कहा कि इतनी सुव्यवस्थित, स्वच्छ और अनुशासित व्यवस्था उन्होंने पहले किसी भंडारे में नहीं देखी। इस पूरे कार्यक्रम का सीधा प्रसारण “राम धुन नीमच” नामक यूट्यूब चैनल पर किया गया, जिससे देश-विदेश में जुड़े भक्तों ने भी इस भव्य अन्नकूट महोत्सव का आनंद घर बैठे प्राप्त किया। अंत में मनीष चौधरी ने नगर पालिका, पुलिस प्रशासन, मातृशक्ति, पुरुष वर्ग और सभी भक्तों का हृदय से आभार व्यक्त किया। एवं बताया कि पूरे क्षेत्र में वर्षा होने के बावजूद, मंशापूर्ण महादेव एवं रणजीत हनुमान बालाजी महाराज की असीम कृपा से मंदिर परिसर में कार्यक्रम निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हुआ। जैसे ही अन्नकूट महोत्सव समाप्त हुआ, उसके बाद वर्षा प्रारंभ हुई। जिसे भक्तों ने एक चमत्कारिक अनुभव के रूप में देखा।

पूरे आयोजन ने यह संदेश दिया कि जब श्रद्धा, सेवा और संगठन एक साथ आते हैं, तो अन्नकूट महोत्सव केवल परंपरा नहीं, बल्कि जनभावना और भक्ति का उत्सव बन जाता है।

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