नीमच। नीमच जिले की जावद विधानसभा में फर्जी तरीके से जमीन का आवंटन करवा कर कुछ कतिपय लोग रजिस्ट्रियां करवा रहे हैं। मजे की बात है कि जिन गरीब लोगों की जमीने है उन्हें उनका मूल पैसा भी नहीं दिया जा रहा।
यहां तक कि उनकी हिम्मत इतनी बढ़ गई की सरकारी जमीनों पर भी वह अवैध कब्जे कर रहे हैं। ऐसे ही एक मामला शाबाद न्यायालय से मात्र 200 से 300 मीटर की दूरी पर स्थित खेत का है जिसे अभिषेक भारद्वाज नामक व्यक्ति ने अवैध तरीके से हथिया लिया और फर्जी तरीके से रजिस्ट्री भी करवा ली।
ऐसे में दिव्यांग कैलाश साहू को आज तक उसके खेत की मूल रकम भी नहीं मिली। इससे बड़ी बात यह है कि अभिषेक भारद्वाज ने लगभग दो दर्जन लोगों को उस कॉलोनी की रजिस्ट्री करवा दी जो कॉलोनी वैध ही नहीं है। ऐसे में 420 का प्रकरण भी दर्ज होता है। और सारी रजिस्ट्रियां आखिर फर्जी तरीके से कैसे हुई और रजिस्टार कार्यालय के पंजीयक का क्या रोल रहा...? यह सारे सवाल अभी भी चल रहे है।
नगर परिषद जावद के कार्य क्षेत्र में आने वाली इस जमीन पर नगर परिषद द्वारा कोई भी निर्माण की स्वीकृति नहीं दी गई ऐसे में एक मकान जिसका काम तेजी से चल रहा है आखिर किस आधार पर यह काम शुरू किया गया..?
क्या प्रशासन इस पर कार्रवाई कर इस निर्माण को जमीदोज करेगा..?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस गेम में ऐसे और कितने लोग शामिल हैं जिन्होंने इस प्रकार के फर्जीवाड़े और भी जगह पर किए हैं। और क्या प्रशासन इन सभी के खिलाफ कोई कठोर कार्य भी करेगा।
हालांकि 2024 में बावल के चर्चित मामले पर FIR के आदेश दिये थे। आज जावद के अनुविभागीय अधिकारी ने इस मामले में पटवारी रिपोर्ट मंगवाई है उसके पश्चात पूरे मामले की जानकारी प्रकरण के साथ जिला कलेक्टर हिमांशु चंद्रा तक पहुंचाई जाएगी। अब देखना यह है कि इस मामले में क्या बड़ी कार्यवाही होती है। राजनितिक संरक्षण प्राप्त ऐसे लोगो पर प्रशासन क्या उचित कार्यवाही करता है। क्योंकि इन लोगो पर ऐसे ओर भी मामले है। जो अभी विचाराधीन है।