सिंगोली। स्थानीय श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में महावीर निर्माण महोत्सव अत्यंत भक्ति भाव पूर्वक मनाया गया, इस अवसर पर मुंबई से पंडित श्री निखिल जी सिंगोली पधारे हुए हैं एवं सभी कार्यक्रम उनके निर्देशन में संपन्न हो रहे हैं। इसी अवसर पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि भगवान महावीर को प्रातः सूर्योदय से पूर्व निर्माण की प्राप्ति हुई थी एवं आज ही सायं काल को गौतम स्वामी को केवल ज्ञान की प्राप्ति हुई थी इसीलिए आज का दिन विशेष हे साथ ही भगवान महावीर का सन्मति नाम कैसे पड़ा, समोसरण की रचना, दिव्यध्वनि आदि विषय के साथ समयसार जी ग्रंथ के निर्जरा अधिकार की गाथा पर व्याख्यान देते हुए बताया की जीव को अगर दुखी नहीं होना है तो तीन बातें जो इस गाथा में बताई गई है उसका अनुसरण करना चाहिए, कि जो कुछ भी हो रहा है वह कर्म के उदय अनुसार हो रहा है, यह मेरा स्वभाव नहीं है ,मैं ज्ञायक स्वरूपीं हु। यह तीन बातें सदैव अपने चिंतन में चलती रहने से हम कभी भी कुछ भी हो जाए दुखी नहीं हो सकते। समस्त जानकारी देते हुए नवीन जैन ने बताया कि पंडित निखिल जी 14 तारीख से 27 तारीख तक सिंगोली प्रवास पर है।