चीताखेड़ा। शुक्रवार को अल सुबह से ही तेज धूप के साथ उमस भरी गर्मी से आमजन खासा परेशान दिखा। जाते-जाते मौसम ने एक बार फिर पलटवार करते हुए दोपहर बाद आसमान में काली घटाएं उमड़ पड़ी और जोरदार आसमानी गर्जना और बिजली की चकाचौंध के साथ निरंतर एक घंटे तक तेज आफत की बारिश चली। किसानों के खेतों में इन दिनों खरीफ सीजन की बेशकीमती मुख्य पिला सोना कहे जाने वाली सोयाबीन की फसलों की कटाई का कार्य चल रहा है, ऐसे समय आफत बनकर आई बारिश ने फसलों को भिगो दिया , वैसे भी पूर्व में हुई बारिश से खेतों में पानी सुखा ही नहीं और एक बार फिर से पानी भर गया। चीताखेड़ा में आज दिवस 3 अक्टूबर 2025 शुक्रवार को दोपहर सवा तीन बजे कड़ाके की आसमानी गर्जना और बिजली की चकाचौंध के साथ झमाझम बारिश शुरू हुई जो लगातार एक घंटे तक चली। शाम सवा चार बजे बाद तक भी रिमझिम बारिश लगातार चल रही थी। पीला सोना कहे जाने वाली सोयाबीन फसल कटकर खेतों में पुलिया ( कोरिया) पड़ी हुई है वैसे भी शत-प्रतिशत नुकसान हो चुका है। पर आगामी रबी सीजन की फसलों के लिए किसान खेतों को खाली करने में व्यस्त हैं ऐसे समय फिर आफत की बारिश ने परेशान करके रख दिया है। डेढ़ से दो बोरी प्रति बीघा सोयाबीन की पैदावारी हो रही है। लाभ की नहीं घाटे की खेती बनकर रह गई है।