Latest News

मध्यप्रदेश के चीताखेडा आवरी माता जी तक 8 घंटे में 15 किलोमीटर चलती बारिश में पहुंची 351 फिट लंबी पैदल चुनरी यात्रा।

Neemuch headlines September 28, 2025, 5:51 pm Technology

चीताखेडा। इन दिनों शारदीय नवरात्र पर्व पर पूरा अंचल शक्ति की भक्ति में डूबा हुआ है। चारों और जय माता दी, जय माता दी के जयकारे गूंज रहे है। आध्यशक्ति मां जगदम्बा के मंदिरों में अल सुबह से ही देर रात तक आराधकों की मां के दिव्य दर्शन के लिए भीड़ उमड़ रही है। आरोग्य देवी आवरीमाता जी के प्रति अटूट आस्था मन में लिए कदम बढाते हुए चल रहे कठिन परेशानी की परवाह किए बगैर चलती बारिश में सैकड़ों भक्तों का पैदल चुनर यात्रा में अभिभूत होकर डीजे, ढोल ढमाकों के साथ नृत्य करते हुए राजस्थान के छोटीसादड़ी के गांव गोमाना से चीताखेडा के आवरीमाता जी तक जय मां अम्बे ग्रुप गोमाना के तत्वावधान में 351 फिट लम्बी 7 वीं चुनरी पैदल यात्रा लेकर 8 घंटे में 15 किमी यात्रा तय करना सब कुछ अद्भभुत था।

गोमाना गांव के जय मां अम्बे ग्रुप के तत्वावधान में ग्रामीणों द्वारा 28 सितंबर 2025 रविवार को प्रातः 7:30 बजे विशौत्री माता जी मंदिर से बडे ही ठाठ के साथ डीजे, ढोल ढमाकों के साथ 351 फीट लम्बी 7 वीं चुनरी यात्रा प्रारंभ की जो गांव के निर्धारित मार्गों से परिभ्रमण करती हुई 15 किमी दूर राजस्थान की सीमा से लगा मध्यप्रदेश के नीमच जिले का गांव चीताखेडा के पास माता का खेड़ा कि पावन धरा पर स्थित आरोग्य आवरीमाता जी के अलौकिक दरबार में डेढ़ हजार महिला-पुरुष एवं बच्चों सहित शाम 3 बजे पहुंचे और आवरी माता जी को चुनर अर्पित की। सभी ने बारी बारी से मां के दिव्य दर्शन कर परिवार की सुख समृद्धि और गांव की खुशहाली की कामना की। आवरी माता जी मन्दिर समिति ट्रस्ट अध्यक्ष मनसुख जैन, कोषाध्यक्ष नरेश पाटीदार, रामनारायण पाटीदार, पत्रकार दशरथ माली, पत्रकार भगत मांगरिया, दिनेश गुर्जर, पुजारी गोपाल मीणा, अशोक कुमार जैन सहित वरिष्ठ मंदिर समिति के पदाधिकारीयों द्वारा चुनरी यात्रा में आये कन्हैयालाल पाटीदार, सत्यनारायण पाटीदार, सुखदेव पाटीदार, गोविन्द पाटीदार, विष्णु लाल पाटीदार, किशोर पाटीदार, ओम प्रकाश पाटीदार, गोपाल कुमावत, छगनलाल पाटीदार, नेमीचंद मेघवाल, राकेश गायरी, सुनील गायरी सहित कई गणमान्य जनों का मां के दुपट्टे और फुल माला पहनाकर स्वागत किया।

आवरी माता जी को चुनरी ओढ़ाकर विशेष आरती के पश्चात् सामुहिक रूप से भण्डारा कराया गया।

Related Post