सिंगोली । प्रतिवर्ष दशहरे पर निकलने वाले पथ संचलन का इस वर्ष शताब्दी वर्ष होने पर निकलने वाले संचलन की तैयारियां जोरों पर है स्वयंसेवकों द्वारा गणवेश पैंट और शर्ट सःशुल्क स्वयंसेवकों को उपलब्ध कराने के लिए स्वयंसेवक निर्धारित किए हुए है तो वही नगर के प्रमुख चौराहो पर शताब्दी वर्ष के बड़े बड़े बैनर होर्डिंग लगाये गये हैं व 28 सितम्बर को सायं 6 बजे सरस्वती शिशु मंदिर से अभ्यास संचलन तो वही 2 अक्टूबर दशहरे को सुबह 8:30 पर सिंगोली में 500 से अधिक स्वयंसेवकों के कदमताल करने का अनुमान लगाया जा रहा है
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है जिसके चलते दशहरे पर निकलने वाले पथ संचलन हेतु घर-घर संपर्क अभियान चल रहा है जिसका जबर्दस्त प्रतिसाद सामने आ रहा है। नए स्वयंसेवकों को गणवेश मिल चुकी है व समय पर सबको गणवेश मिल जाए जिसके लिए स्वयंसेवक नियुक्त किए गये हैं वैसे तो हर साल आरएसएस का विजयादशमी पर पथ संचलन निकलता है, लेकिन इस बार रंग और स्वयंसेवकों में उत्साह अलग नजर आ रहा है। वे संगठन के शताब्दी वर्ष के चलते संचलन को ऐतिहासिक बनाने पर जुटे हुए हैं और हर हिंदू घर से कम से कम एक शख्स को संचलन में शामिल करने का लक्ष्य लेकर काम हो रहा है। एक माह से ये अभियान चल रहा है जो बड़े पैमाने पर सफल नजर आ रहा है जिसका प्रतिफल 2 अक्टुबर को विशाल पथ संचलन के रूप में मिल सकता है। संपर्क अभियान शोशल मिडिया एवं प्रत्यक्ष रूप में तेजी से चल रहा है संगठन के स्वयंसेवक दिन रात शताब्दी वर्ष को भव्य बनाने में काम कर रहे है। शताब्दी वर्ष पर निकलने वाले संचलन को लेकर स्वयसेवकों में खासा उत्साह है।
खासतौर पर युवाओं में खासा क्रेज देखने को मिल रहा है जो सपर्क करते ही संघ से जुड़ने की इच्छा जता रहे हैं। साथ में संपूर्ण गणवेश का शुल्क जमा कर रहे है जिसमें काली टोपी, सफेद शर्ट, ब्राउन पेट, बेल्ट और खाकी मौजे भी शामिल है। 28 अक्टूबर शाम 06 बजे अभ्यास पथ संचलन व 2 अक्टूबर दशहरे पर सुबह 8:30 बजे सरस्वती शिशु मंदिर से पथ संचलन शुरू होगा जो नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ पुनः सरस्वती शिशु मंदिर में समाप्त होगा दशहरा का पर्व असत्य पर सत्य की जीत, बुराई पर अच्छाई कि जीत होने पर विजयादशमी के रुप में मनाया जाता है विजयादशमी होने की वजह से बडी संख्या में सभी वर्ग के स्वयंसेवक पथ संचलन में सहभागिता करने में विशेष रुचि दिखा है।