चीताखेड़ा। इंसान अपने निजी स्वार्थ के खातिर कितना गिर जाता है कि इंसानियत को भी बेच देते हैं। इंसान को मरणोपरांत भी उनके देह को जलाने वाली जमीन तक पहुंचने वाले आम रास्ते को भी बिना कोई संकोच के बंद कर अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया जाता है। ये भी भूल जाते हैं कि एक दिन इसी मार्ग से इसी जगह आना है। जमीन के लालची अतिक्रमणकर्ता ने मुक्तिधाम जाने के शासकीय भूमि पर जाने वाले रास्ते को अवैधानिक रूप से हांक जोतकर खेत बना दिया। ज्ञातव्य है कि अमावली जागीर पंचायत के अंतर्गत ग्राम ओडोकाखेडा में बने मुक्तिधाम तक आने जाने वाले आम रास्ते को अन्य पंचायत क्षेत्र भीलोंका खेड़ा निवासी कारुलाल ने अवैधानिक तरीके से हांक जोतकर खेत बना दिया और मुक्तिधाम पहुंचने वाले मार्ग को ही पूर्ण रूप से बंद कर उसमें फसल बो दी। ओडोकाखेडा निवासी कैलाश मीणा, मथुलाल मीणा, गेंदमल मीणा, पृथ्वीराज मीणा, देवराम मीणा, बगदीराम मीणा ने बताया कि अतिक्रमण कर्ता घसुण्डी जागीर पंचायत के भीलोंका खेड़ा निवासी हैं और अमावली जागीर पंचायत का ओडोकाखेडा की शासकीय भूमि से होकर मुक्तिधाम के लिए रास्ता जाता है ।
अवैधानिक तरीके से बलपूर्वक कब्जा कर लिया है। मरणोपरांत इंसान के देह को अंतिम संस्कार हेतु जाने के लिए रास्ता ही बंद कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि सर्वे नंबर 40 में अतिक्रमण कर्ता कारुलाल की यहां पर सिर्फ 46 आरी जमीन है और इस जमीन से लगी शासकीय जमीन है जिसमें होकर मुक्तिधाम पहुंच मार्ग है जिस पर कब्जा कर लिया है। *मौजा पटवारी जयशंकर जोशी का कहना है कि यह जमीन उलट-पुलट है ओडोकाखेडा गांव का जो मुक्तिधाम है वह सांवलपुरा गांव की जमीन में बना हुआ है। मैंने मौका मुआयना कर लिया है और ग्रामीणों को समझादिया है। हम शीघ्र ही सीमांकन करवाएंगे।