चीताखेड़ा। शारदीय नवरात्र उत्सव की शुरुआत बड़े ही धार्मिक उल्लास में प्रथम दिवस सोमवार को घट स्थापना के साथ दस दिवसीय नवरात्री उत्सव के शुभारंभ के साथ खनकने लगी डांडियों की खनक। अंचल भर में माता के मंदिरों सहित गांव -गांव घर- घर चौक - चौराहों पर बने पंडालों में माता नवदुर्गा की स्थापना की जाकर विधि-विधान से पूजा अर्चना प्रारंभ हो चुकी है। वहीं माता के मंदिरों में भी विशेष रूप से साज-सज्जा के साथ रंग-रोगन किया जाकर लाईटिंग व साउंड के साथ माता रानी के भजनों के कर्णप्रिय भजन श्रद्धालुओं को आल्हादीत कर रहे हैं।
सोमवार से दस दिवसीय नवरात्री उत्सव की शुरुआत हो गई। पहले दिन भक्तों द्वारा पंडालों में घट स्थापना व मूर्ति स्थापना कर पूजन आरती व हवन के आयोजन किए गए। भक्त ढ़ोल ढमाकों की थाप व गुलाल के रंग में सराबोर थे। सोमवार पूरा दिन माता रानी के जयकारों से गूंजता रहा और मां की भक्ति भरा रहा। माता के मंदिरों में पहले ही दिन दर्शन करने वाले भक्तों की भारी भीड़ नजर आई। भक्ति व शक्ति के आगे हर शीश नतमस्तक नजर आया। विगत कई वर्षों से काराबावजी चौक पर सार्वजनिक नवदुर्गा उत्सव समिति द्वारा धूमधाम से माता रानी की प्रतिमा की स्थापना करते रहे आ रहे हैं। समिति के सदस्य रजनीश दक, नागेश्वर जावरिया, सुनिल शर्मा, प्रभु लाल बसेर, शेलेन्द्र कुमार सगरावत सहित माता बहनों ने उपस्थित रहकर पूजा अर्चना की। यहां नवरात्रि में किये जाने वाले गरबा अंचल भर में काफी चर्चित होकर धर्मालुओं, माता, बहनों के लिए आनंददायक वातावरण निर्मित करता है।
आवरी माता जी के दरबार में हजारों श्रद्धालुओं लगा रहे हैं हाजरी :- नवरात्रि उत्सव पर क्षेत्र भर के माता मंदिरों में भक्तों का दर्शनार्थ तांता लगने लगा है , आरोग्य देवी महामाया आवरी माता जी,जय अम्बे,सीतला माता, वैष्णो देवी मंदिर सहित सभी देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब अपनी मनोवांछित कामना लेकर हाजरी लगा रहे हैं और जयकारों के साथ ही माता रानी को शीश नमन कर रहे हैं।