चीताखेड़ा। श्राद्ध पक्ष के दौरान हिंदूओं में ऐसी मान्यता है कि अपने दिवंगत आत्माओं के लिए श्राद्ध और तर्पण कर ब्राह्मण एवं दीन-दुखियों को भोजन कराया जाता है। जिससे दिवंगत आत्माओं को मोक्ष एवं शांति की प्राप्ति होती है। श्राद्ध पक्ष में कौवों को ढूंढते हैं लोग,पर चीताखेड़ा में प्रकाश प्रजापत की होटल पर बारह महीने रोज कौवों का लगता है जमघट, नमकीन (सेव) और पोहे का लेते हैं चटकारे। समाजसेवी शिवशंकर शर्मा ने बताया है कि धर्म शास्त्रों में उल्लेख है कि श्राद्ध पक्ष में कौवों को भी भोजन कराने की परंपरा है।
अश्विनी कृष्ण पक्ष में 16 दिन श्राद्ध मनाया जाता है। लेकिन चीताखेड़ा में चैनपुरा चौराहा पर होटल मालिक प्रकाश प्रजापत की होटल पर बारह महीने रोज सुबह बड़ी संख्या में कौवों को सेव पोहा नमकीन खिलाते हैं। यहां कौंवे भी बड़े ही चाव के साथ चटकारे लेते हैं। प्रतिदिन अल सुबह साढ़े पांच बजे से ही कौवों का आना शुरू हो जाता है। होटल मालिक प्रकाश प्रजापत भी प्रतिदिन आधा किलो सेव और पोहा कौवों को डालते हैं। लोग तो बारह महीने में सिर्फ श्राद्ध पक्ष में ही कौवों को ढूंढते हैं। पर यहां तो बारह महीने कौवों की भीड़ उमड़ती है। यहां कौवों के अलावा काबर,केंकली, चिड़िया, तोते आदि पक्षी भी सेव और पोहा भी बड़े ही चाह के साथ चटकारे के साथ खाने के लिए आते हैं।