बोल बम बम, हर हर हर महादेव की जय घोष, विजिया मित्र मंडल द्वारा नीमच से नीलकंठ महादेव तक 23वीं पैदल कावड़ यात्रा

Neemuch headlines July 27, 2025, 7:21 pm Technology

नीमच । प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी विजिया मित्र मंडल द्वारा 23वीं पैदल कावड़ यात्रा नीमच से नीलकंठ महादेव बोरखेड़ी तक रविवार 27 जुलाई को बैण्ड बाजे एवं शंकर भगवान के बोल बम बम, हर हर महादेव, पार्वती पते, गंगा तेरा पानी अमृत, हरि ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय..., हर हर भोले..., भोले शंकर डमरू वाला..., ADES की जय घोष एवं विभिन्न कर्ण प्रिया मधुर भजन कीर्तनों के साथ निकाली गई जिसमें श्रद्धालु भक्तों द्वारा कावड़ यात्रा में अमृत जल का पूजन बावड़ी वाले बालाजी मंदिर में सुबह 7 बजे किया गया ।

दोपहर 12 बजे नीलकंठ महादेव में भगवान भोलेनाथ महादेव का अभिषेक विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के साथ किया गया ।

तथा दोपहर 12:15 बजे शिव भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें भजन गायक कलाकार राजेश खन्ना चौधरी ने भगवान शंकर और कावड़ यात्रा के पर आधारित विभिन्न भजन प्रस्तुत किए। जिस पर श्रद्धालु झूमने लगे। तत्पश्चात दोपहर 1 बजे महा प्रसादी का आयोजन आयोजित किया गया। कावड़ यात्रा आयोजन तेज बरसात के बावजूद में कावड़ यात्रियों ने बावड़ी वाले बालाजी खाटू श्याम मंदिर से सुबह 8 बजे शुभारंभ होकर श्री राम मंदिर, जाजु बिल्डिंग, घंटाघर, श्री बड़े बालाजी मंदिर बारादरी चौराहा, रोडवेज बस स्टैंड, नीमच सिटी पिपली चौक, स्वामी विवेकानंद कॉलेज चौराहा पहुंची जहां से लक्ष्मी मंगल वेयर हाउस पर श्रद्धालु भक्तों का निःशुल्क स्वाप्लहार प्रसाद वितरण किया गया इसके बाद कावड़ यात्रा नीलकंठ महादेव बोरखेड़ी पहुंची जहां आरती के बाद विश्राम विसर्जन हुआ।

उल्लेखनीय है कि यह कावड़ यात्रा विगत 22 वर्षों से निरंतर निकाली जा रही है। नीमच तहसील क्षेत्र के विभिन्न कांवड़ियों द्वारा अपनी कावड़ को देशभक्ति के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के साथ श्रृंगारित कर सहभागिता निभाते हुए पैदल चलें और अपनी श्रद्धा शिव को समर्पित किया जिसमें कई कोई शिव भक्त धनुष बाण, तो किसी ने तिरंगा, हिमालय पर्वत कैलाश पर्वत, अमरनाथ शिवलिंग की झांकी सजाई। कावड़ यात्रा का मार्ग में श्रद्धालु भक्तों द्वारा पुष्प वर्षा से स्थान स्थान पर स्वागत कर सम्मान किया किया। कावड़ यात्रा में दो कावड़ियों ने 101 --101 किलो पानी भरकर नीमच से नीलकंठ भी साथ में पैदल चल रहे थे जिसमें पांच पांच मटको की लहर बना रखी थी।

Related Post