सरवानिया महाराज ।शहर में कारगिल दिवस पर मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शनिवार को शहर के पिपलीचोक पर नगर के युवाओं ने एकत्रित होकर कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को मोमबती जलाकर दो मिनट का मौन रखकर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
वहीं उनके बलिदानों की गाथा को याद किया गया। इस अवसर पर पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुरेश जाट ने बताया कि यह दिन हमारे वीर सैनिकों के सम्मान और 1999 कारगिल वार में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है। कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को लद्दाख के कारगिल-द्रास सेक्टर के क्षेत्र में दुनिया के सबसे दुर्गम इलाके में लड़ी गई लड़ाई की वीरता और शौर्य की गाथा के रूप में मनाया जाता है. इस दिन भारतीय सशस्त्र बलों ने सबसे कठिन इलाकों, विपरीत मौसम की स्थिति से जूझते हुए, साहस और वीरता के साथ बर्फीली चोटियों की खड़ी ढलानों पर बहादुरी से लड़ाई लड़ी और दुश्मन को हराया। युवा उमेश राठौर ने बताया कि हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। साल 1999 में इसी दिन भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन विजय' की सफलता की घोषणा की थी। लद्दाख के कारगिल इलाके में पाकिस्तानी घुसपैठियों से करीब तीन महीने तक चले संघर्ष के बाद भारत को बड़ी जीत मिली थी। इस दौरान कानसिंह राणावत, हसराज राठोर, हर्षित दमामी, पवन राठौर, नीलेश सालवी, शक्ति सिंह, राहुल पाल, विनय चोहरा, केशव कहार आदि युवाजन उपस्थित थे।