खाटूश्यामजी। खाटूधाम में रोज लाखों भक्त अरदास लेकर आते हैं, लेकिन इस बार जो दृश्य नजर आया, उसने हर किसी को चौंका दिया। उत्तराखंड के रुद्रपुर से आया एक भक्त केशव, 12 लोहे की जंजीरों में बंधकर बाबा श्याम के दरबार में हाजिर हुआ। उसका मकसद कोई निजी मुराद नहीं थी, बल्कि पूरे देश के लिए एक संदेश लेकर आया था — भारत में मांसाहार पूरी तरह बंद हो। केशव ने बताया कि वह हल्द्वानी में एक भजन कार्यक्रम में जा रहा था, जहां रास्ते में खुलेआम मांस काटा जा रहा था। यह दृश्य उसके मन को झकझोर गया। उसने वहीं तय किया कि वह लोहे की जंजीरों से खुद को बांधकर बाबा श्याम के सामने प्रार्थना करेगा, कि भारत में जानवरों की हत्या रोकी जाए। साथ ही उसने मोदी सरकार से भी अपील की है कि देश में मांसाहार पर रोक लगाई जाए। बाबा श्याम की महिमा ऐसी है कि हर भक्त अपनी अरदास अलग नाम से करता है — कोई “हारे का सहारा” कहता है, तो कोई “लखदातार”। इसी भक्ति भावना का प्रतीक बना केशव का यह कदम, जिसने अपनी सारी पीड़ा धर्म और समाज के लिए समर्पित कर दी। वहीं दूसरी ओर, मध्यप्रदेश के हरदा जिले के रामशंकर बिश्नोई ने भी अपनी पूरी हुई मनोकामना के बाद बाबा श्याम को चांदी का मुकुट और कुंडल भेंट किए। उनका कहना है कि बाबा की कृपा से खेती में मुनाफा हुआ और जीवन में सुख-शांति आई। खाटूधाम में हर दिन श्रद्धा और चमत्कार की नई कहानियाँ जन्म लेती हैं — लेकिन केशव जैसे भक्त की यह आस्था अनूठी है, जो न केवल खुद के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए दुआ लेकर आया।