सिंगोली। आज नशा मुक्त भारत अभियान सिंगोली के 3 स्कूल, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, संस्कार विद्या निकेतन और डिवाइन पब्लिक हॉयर सेकेंडरी स्कूल तथा सिंगोली क्षेत्र के सुखपूरा गाँव, बोराओ गाँव और टोकरा गांव के लोगों तक पहुँचा। जहाँ यह पाया कि छोटे बच्चे भी नशे के आदी हैं। वीडियो के माध्यम से उन्हें नशे से होने वाले दुष्प्रभाव को दिखाया गया कि कैसे गुटखा, बीड़ी, सिगरेट शराब के प्रभाव से मुख का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, लीवर किडनी आदि खराब हो जाते हैं और मनुष्य जीवन ही खात्म हो जाता है। लोगों और विद्यार्थियों को उदाहरण देकर समझाया गया कि जैसे गाड़ी ठीक से चलाने के लिए उसमें पेट्रोल की जरूरत पड़ती है। पेट्रोल की जगह केरोसिन डालने से गाड़ी खराब हो सकती है। बिल्कुल वैसे ही हमारा शरीर भी एक गाड़ी है, और इस शरीर रूपी गाड़ी में शुद्ध भोजन के बजाय बीड़ी सिगरेट तंबाकू शराब जैसे चीज डालते हैं जिस कारण ये शरीर भी उन गाड़ियों जैसे खराब हो जाता है। पर उन गाड़ियों के पुर्जे बाजार में आराम से मिल जाते हैं, पर हमारे शरीर रूपी गाड़ी के पुर्जे नहीं मिल सकते। इसलिए अपने इस क़ीमती शरीर को संभालकर चलाना है और नशे की लत को छोड़ देना है। फिर सभी को प्रतिज्ञा करायी गयी और साथ में पर्चे भी बाटे गए जिसमें नशे छोड़ने की मदद के लिए देसी नुस्खे लिखे गए हैं जो आसानी से घर पर बनाए जा सकते हैं। कार्यक्रम के अंत मे सबको राजयोग का अभ्यास कराया गया। इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे बीके सीमा बहन, बीके निहारिका बहन, बीके हर्षा बहन, बीके विजय भाई, बीके धनशेखरन भाई, बीके नील भाई आदि।