चीताखेड़ा। बड़े बुजुर्गो से ऊंची आवाज में कभी बात नहीं करनी चाहिए, जो बड़ों का सम्मान नहीं करते हैं, उनकी भक्ति देवता तो क्या स्वयं भगवान भी उसकी पूजा स्वीकार नहीं करते हैं। सामर्थ्य भी पराजित होता है, यदि उसका आधार अधर्म हो, यकीन न हो तो.... द्रोणाचार्य, भीष्म पितामह और दानवीर कर्ण प्रत्यक्षदर्शी है। उक्त अमृतवाणी कथा मर्मज्ञ पण्डित जीवन कृष्ण शास्त्री ने कराड़िया महाराज और रामनगर के बीच झील में स्थित 11 वीं शताब्दी का अतिप्राचीन भगवान श्री भूतेश्वर महादेव मंदिर पर मंदिर समिति द्वारा आयोजित साप्ताहिक श्री शिव महापुराण कथा महोत्सव के समापन समारोह में सोमवार को धर्म पंडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं को अपने मुखारविंद से रसास्वादन करवाते हुए कही। कहा कि अगर प्रभु में प्रेम, विश्वास और श्रद्धा हो तो बड़े से बड़े संकट बाधा तथा समस्या से पार पाना संभव है। घर में बड़ों का जिसने आदर-सम्मान, सत्कार नहीं किया ऐसों को नर्क भोगना पड़ता है । शिव महापुराण कथा प्रसंग में प्रतिदिन नित्य अलग-अलग कथा पंडाल में वृंदावन से आए कलाकार माधवदास द्वारा स्वचलित झांकियां बनाई गई। सोमवार को व्यासपीठ पर शिव जी ( धापू गोस्वामी),और पार्वती जी (पूनम साल्वी ) और विघ्न हर्ता गणेश ( लक्ष्यराज सिंह राणावत) ने स्वांग धरा जो आकर्षक का केंद्र रहा। श्री शिव महापुराण कथा महोत्सव के समापन समारोह में सोमवार को मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव एवं जिला पंचायत सदस्य तरुण बाहेती, रावले ठाकुर राजेन्द्र सिंह राणावत, कुंवर नरेंद्र सिंह राणावत,ठाकुर विक्रम सिंह राणावत, राजेश जैन चीताखेड़ा , पूजारी मोहन गीर गोस्वामी ने शिरकत की। व्यासपीठ पर पहुंचकर श्री शिव महापुराण ग्रंथ का पूजन कर पंडित जी का आवरी माताजी की तस्वीर भेंट कर स्वागत किया। पूजारी शंभू गीर गोस्वामी, पूजारी रामगीर गोस्वामी, पूजारी राजू गीर गोस्वामी, बद्रीलाल पाटीदार सहित कई वरिष्ठजन मुख्य रूप से मौजूद थे। श्री शिव महापुराण कथा महोत्सव समिति द्वारा पोथी पूजन कर पंडित जीवन कृष्ण शास्त्री का स्वागत किया। आरती के पश्चात् सामुहिक महाप्रसाद (भंडारे) का आयोजन हुआ। *महाकाल की तर्ज पर भांग से भूतेश्वर महादेव का किया गया आकर्षक श्रृंगार*-- साप्ताहिक श्री शिव महापुराण कथा महोत्सव के अवसर पर कथा के अंतिम दिन सोमवार को राजस्थान जयपुर के निवाई गांव से आए कलाकार देवराज शर्मा और पूजारी महेश गीर गोस्वामी द्वारा भांग और ठंडाई से मनमोहित कर देने वाला आकर्षक श्रृंगार किया गया जो हर किसी भक्त को खूब भा रहा है। आने वाले सभी शिवभक्तों ने बारी-बारी से दिव्य दर्शन लाभ लिया।