नीमच। जिले की सभी शासकीय शालाओं की भूमि पर किए गए अवैध अतिक्रमण चिन्हित कर डी.पी.सी. एवं जिला शिक्षा अधिकारी सूची प्रस्तुत करें। जिससे, कि शालाओं की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाने की कार्यवाही की जा सके।
यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में जनसुनवाई में एक आवेदक द्वारा स्कूल भूमि से अतिक्रमण हटाने संबंधी आवेदन पर कार्यवाही करते हुए डीपीसी एवं जिला शिक्षा अधिकारी नीमच को दिए। जनसुनवाई में कुल 137 आवेदकों ने अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन प्रस्तुत किए, जिस पर कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिए। जनसुनवाई में सुवाखेड़ा के ग्रामीणों द्वारा कृषकों की कृषि भूमि पर आने जाने वाले शासकीय रास्ते को खुलवाने, मजिरिया के मांगीलाल माली ने अपने मकान पर आने जाने वाले आम रास्तों को रोकने वालों के विरूद्ध कार्यवाही कर रास्ता खुलवाने, धोकलखेडा की सुखीबाई जाट ने कुचडौद की खसरा नम्बर 47/2 की 0.46 हैक्टेयर भूमि का विक्रय पत्र पर नामांतरण स्वीकृत होने के बाद भी अमल नहीं होने संबंधित आवेदन प्रस्तुत किए।
इस पर कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए, कि जनसुनवाई में प्राप्त राजस्व संबंधी सभी आवेदनों पर प्रकरण दर्ज कर तत्काल कार्यवाही करना सुनिश्चित करें और की गई कार्यवाही से आवेदकों को भी अवगत करवाएं।
जनसुनवाई में ग्राम भाटखेड़ा के कन्हैयालाल, लसुडी के पर्वत सिह, मनासा की रामकन्या, डायली की बदामबाई, गुंजालिया के गोपाल, नीमच के भारतराम, नीमच की पार्वतीबाई, नई आबादीदारू के दिलीप पुरोहित, रतनगढ़ की रूकमणीबाई, पालसोड़ा के दशरथ, अरनिया बोराना के बाबुलाल, जावद के अमृतदास, सिगोंली के ओमप्रकाश, नीमच की रजनी, नीमच सिटी की किरणदेवी, नीमच की सुमित्रा, इंदिरा नगर नीमच की ललीता बाई आदि ने भी अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन प्रस्तुत किए।