नीमच। जिले में बाछड़ा समुदाय के उत्थान एवं कल्याण के लिए संचालित पंख अभियान नीमच के तहत बाछड़ा समुदाय के हितग्राहियों को चिन्हित कर, उन्हें सूचीबद्ध करें और शासन द्वारा संचालित योजनाओं, स्वरोजगार योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें। प्रत्येक ग्राम पंचायत से बाछड़ा समुदाय के पांच-पांच युवाओं को वालिन्टियर्स के रूप में तैयार कर, उन्हें पंख अभियान से जोड़े, जो सकारात्मक सोच के साथ समाज को मुख्यधारा से जोड़ने के काम में प्रशासन का सहयोग करें।
यह बात कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने सोमवार को बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं योजना के तहत संचालित पंख अभियान की जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में कही। बैठक में पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल, जिला पंचायत सीईओ अरविंद डामोर, जिला कार्यक्रम अधिकारी ताराचंद मेहरासहित सभी परियोजना अधिकारी, स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के अधिकारी भी उपस्थित थे। कलेक्टर ने स्वराज सूटिंग्स प्रा.लि.के प्रतिनिधि को पिछले दिनों बाछड़ा समुदाय के पांच युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने पर प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया। बैठक में कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिए,कि वे पंचायत सचिवों और रोजगार सहायकों के माध्यम से सर्वे करवाएं कि ऐसी कौन सी योजनाएं है, जिनका लाभ इस समुदाय के हितग्राहियों को नहीं मिला है। ऐसे हितग्राहियों को चिन्हित एवं सूचीबद्ध कर, उन्हें लाभांवित करवाएं।
कलेक्टर ने वालिन्टियर्स की जिला स्तर पर कार्यशाला आयोजित कर, उन्हें शासन की विभिन्न हितग्राहीमूलक एवं स्वरोजगारमूलक योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने शाला प्रवेश से वंचित एवं शाला त्यागी छात्र, छात्राओं को चिन्हित कर, उन्हें शाला में प्रवेश दिलाने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा, कि ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, बाछड़ा समुदाय की चयनित महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करें और प्रशिक्षण दिलवाएं। साथ ही सेना व पुलिस में भर्ती के इच्छुक समुदाय के युवाओं को शारिरिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। स्वराज सूटिंग्स प्रा.लि.के प्रतिनिधि ने अपनी वस्त्र परिधान ईकाई में एक शिफ्ट समुदाय की महिलाओं के लिए निर्धारित करने और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की सहमति दी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल ने प्रशासन द्वारा संचालित पंख अभियान को अच्छी पहल बताते हुए कहा, कि इसके दूरगामी परिणाम परिलक्षित होंगे। उन्होने कहा, कि व्यवहार परिवर्तन की शुरूआत स्वयं से करना होगी। उन्होने अभियान से जुड़े सभी लोगो, अधिकारियों से कहा, कि वे व्यवहार परिवर्तन की शुरूआत स्वयं से करें। लक्ष्य निर्धारित कर काम करेंगे, तो बेहतर परिणाम मिलेंगे। एस.पी. ने सेना व पुलिस भर्ती के लिए युवाओं को पुलिस लाईन में नि:शुल्क फिजिकल टेस्ट की तैयारी पुलिस विभाग की ओर से करवाने की बात भी कही। बैठक में विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।