नीमच । उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग नीमच व्दारा आत्मनिर्भर भारत (पी.एम.एफ.एम.ई.) प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा के निर्देशानुसार गुरूवार को जिला पंचायत सभाकक्ष नीमच में हितग्राहियों के साथ परिचर्चा आयोजित की गई है।
इसमें कृषि वैज्ञानिक डॉ.सी.पी.पचौरी, उप संचालक उद्यानिकी अतरसिह कन्नौजी, उप संचालक कृषि बी.एस.अर्गल सहित अन्य अधिकारी, हितग्राही एवं कृषक बंधु उपस्थित थे। इस परिचर्चा में उद्यानिकी उप संचालक अतर सिह कन्नौजी ने उद्योग इकाई स्थापित करने के संबंध में जानकारी दी और बताया, कि जिन उद्यमियों के लिए उद्योग संयंत्र स्थापित करने के लिए बैंक ऋण का 35 प्रतिशत एवं अधिकतम लाभ 10 लाख रूपये दिया जा रहा है। इसमें न्यूनतम 18 वर्ष की आयु हो एवं उद्योग खोलने की क्षमता रखता हो, जिसे बैंक में साख अच्छी हो, उनके पास स्वयं की भूमि हो,अनुदान उद्यानिकी विभाग व्दारा दी जा रहा है तथा प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए विभाग के पास रिसोर्स परसन उपलब्ध है। एस.आर.एल.एम.एवंएस.यू.एल.एम., के उपस्थित समूह भी इसका लाभ उठा कर, अपना उद्योग स्थापित कर सकते है।
कृषि वैज्ञानिक डॉ.सी.पी.पचौरी ने उत्पादन, ग्रेडिंग, पेकिंग एवं मार्केटिंग के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उप संचालक कृषि बी.एस.अर्गल ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होने विभागीय योजनाओं के तहत बैंक ऋण में 3 प्रतिशत की छूट के बारे में बताया और इस योजना से जुड़ने की अपील की। सहायक संचालक मत्स्य ने बताया कि योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी है।लीड बैंक अधिकारी सत्येन्द्र शर्मा ने बैंक ऋण लेने के संबंध में समझाईश दी। जिला रिसोर्स परसन सुभाष शर्मा ने प्रोजेक्ट तैयार करने, बैंक से ऋण लेने एवं उद्योग स्थापित करने के संबंध में मूलभूत जानकारी दी। इस योजना के तहत फल, सब्जी, औषधी फसलों, अनाज, दाल, आटा मील, आलू चिप्स प्रोसेसिंग करने हेतु उत्पादों पर अनुदान प्राप्त होगा।
इस मौके पर उद्यानिकी विभाग के अधिकार, कर्मचारी एवं कृषक उद्यमी उपस्थित थे।