नीमच । सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के पालन के लिए युवाओं, विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में जागरूकता शिविर आयोजित कर जागरूकता अभियान चलाए।
यह निर्देश सम्भागायुक्त संजय गुप्ता ने सम्भागीय सड़क सुरक्षा समिति की वर्चुअली बैठक को सम्बोधित करते हुए वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के अधिकारियों को दिए। बैठक में आई.जी. संतोष कुमार सिंह व सभी जिलों के कलेक्टर एवं एस.पी., आर.टी.ओ. व अन्य अधिकारी उपस्थित थे। नीमच के एन.आई.सी.कक्ष नीमच में आयोजित इस वर्चुअली बैठक में कलेक्टर हिमांशु चंद्रा, एसपी अंकित जायसवाल, एडीएम श्रीमती लक्ष्मी गामड़, जि.प.सीईओ अरविन्द डामोरव आरटीओ नन्दलाल गामड़ व अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में सम्भागायुक्त संजय गुप्ता ने निर्देश दिए, कि जिला व उपखण्ड स्तरीय सड़क सुरक्षा समितियों की बैठक नियमित रूप से आयोजित की जाएं। उन्होने कहा, कि ब्लेक स्पॉट चिन्हित कर, नजदीकी स्वास्थ्य संस्थाओं से मेप्ड कर, सुनिश्चित करें, कि दुर्घटना की स्थिति में त्वरित उपचार सहायता उपलब्ध हो सके। सम्भागायुक्त गुप्ता ने निर्देश दिए कि वाहन चालकों के हेल्थ चेकअप, नेत्र परिक्षण के लिए शिविर आयोजित कर, स्वास्थ्य परीक्षण एवं नेत्र परीक्षण अवश्य करवाएं। उन्होने चालकों, परिचालकों का चरित्र सत्यापन करवाने के निर्देश भी दिए।
सम्भागायुक्त ने अमानक स्तर की नम्बर प्लेट के उपयोगकर्ता एवं निर्माणकर्ताओं के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश भी आरटीओ को दिए। सम्भागायुक्त ने रोड़ सेफ्टी के गोल्डन रूल का पालन सुनिश्चित करवाने के निर्देश देते हुए कहा, कि इस गोल्डन रूल का फालो कर जनहानि से बचा जा सकता है। सम्भागायुक्त गुप्ता ने बरसात में क्षतिग्रस्त सड़कों को तत्परतापूर्वक मरम्मत करवाकर, ठीक करवानेतथाटैक्टर ट्रालीयों पर रिफ्लेक्टर लगवाने के भी निर्देश दिए। पीड़ितों को राहत का अविलम्ब भुगतान करें सम्भागायुक्त की अध्यक्षता में सम्भागीय अ.जा., अ.ज.जा. अत्याचार निवारण (राहत) अधिनियम की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सम्भागायुक्त ने अत्याचार, पीडित प्रकरणों में पीडि़तों को राहत राशि स्वीकृति एवं वितरण की समीक्षा की और बजट के अभाव में लंबित प्रकरणों में राहत भुगतान के लिए बजट की मांग करने के निर्देश भी दिए। उन्होने सभी जिलो को लंबित प्रकरणों में राहत वितरित करने के भी निर्देश भी दिए।
सम्भागायुक्त ने प्रत्येक त्रैमास में जिला व उपखण्ड स्तरीय, अ.जा., अ.ज.जा. अत्याचार निवारण सर्तकता एवं मॉनिटरिंग कमेटी की बैठके भी आयोजित करने के निर्देश भी दिए।